कचहरी आरओबी पर वाहनों का आवागमन शुरू
शहर के कचहरी रेल फाटक पर नवनिर्मित रोड ओवरब्रिज (आरओबी) आमजनों की सहूलियत के लिए चालू कर दिया गया है.
मोतिहारी.शहर के कचहरी रेल फाटक पर नवनिर्मित रोड ओवरब्रिज (आरओबी) आमजनों की सहूलियत के लिए चालू कर दिया गया है. प्रशासनिक आदेश पर बुधवार को आमजनों के लिए आरओबी चालू कर दिया गया. इसके साथ ही आरओबी पर वाहनों का आवागमन शुरू हो गया. इससे आमजनों ने राहत का सांस ली है. अब लोगों को रेल फाटक बंद रहने पर लगने वाले जाम से निजात मिलेगी. बताया जाता है कि बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के द्वारा करीब 47 करोड़ की लागत खर्च से आरओबी का निर्माण किया किया है. हालांकि आरओबी के रंग-रोग्न का काम अभी चल रहा है. वहीं रोशनी के लिए लाइट लगाने का काम शेष बाकी है. लेकिन आमजनों की सुविधा को ख्याल रखते हुए प्रशासन ने आरओबी को चालू कर दिया है. ताकि आये दिन रेल फाटक पर लगने वाली जाम से लोगों को राहत मिल सके. बताते चलें कि शहर का यह दूसरा आरओबी है. इसके पहले बलुआ रेल फाटक पर गत करीब सात साल पूर्व पहला आरओबी का निर्माण पूरा हुआ. वहीं दूसरा कचहरी रेल फाटक पर आरओबी के निर्माण कार्य पूर्ण होने से लोगों को अब रेल फाटक पार करने में जाम की समस्या से निजात मिलेगी और समय की बचत होगी. रेल फाटक पर नीचे से आवागन होगा बंद
रेल फाटकों पर आरओबी के निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद नीचे से आवागमन बंद हो जायेगा. रेलवे प्रशासन के द्वारा जिला प्रशासन से जल्द ही कचहरी रेल फाटक पर नीचे से आवागन बंद करने को लेकर स्वीकृति आदेश को ले पत्र भेजने की तैयारी में है. बताया जाता है कि बलुआ आरओबी की तरह कचहरी आरओबी को भी दोनों तरफ से दिवार से घेर दिया जायेगा. ताकि रेल फाटक पर नीचे से आवागमन बंद किया जा सके. दिवार उठाने के साथ ही रेल फाटक पर तैनात गेट मैन की तैनाती भी हट जायेगी.शहर के चांदमारी रेल फाटक पर तीसरा रोड ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य भी आरंभ है. चालू साल में बरसात के पहले एजेंसी ने काम आरंभ किया है. जो अब गति पकड़ने लगा है. इनमें एक साइड का पिलरिंग का कार्य पूरा करने के साथ ही दूसरे साइड चांदमारी गुमटी से एमएस कॉलेज की तरफ आरओबी कंस्ट्रक्शन का काम आरंभ कर दिया है. इनमें एक छोड़ चांदमारी गुमटी से चरखा पार्क तक करीब 850 मीटर लंबा है. वही दूसरा छोड़ रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म टू की ओर 350 मीटर लंबा और अपोजिट में पंडित उगम पांडेय कॉलेज के तरफ 400 मीटर लंबा है. एमएस कॉलेज साइड पिलरिंग का कार्य पूरा होने पर दूसरे साइड का निर्माण आरंभ होगा. आगामी 2025 में आरओबी बनकर तैयार होने की उम्मीद की जा रही है.
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