मोतिहारी. भीषण गर्मी के मद्देनजर शहरी क्षेत्र में भी जल सकंट गहराने लगा है. लोगों को अपने घरों पर लगे पानी की टंकी को भरने में तीन से चार घंटा का समय लग जा रहा है. जबकि यह पहले एक घंटा या उससे से कम समय में भर जाता था.पीएचइडी कार्यपालक अभियंता अजय कुमार ने बताया कि चौदह प्रखंड का वाटर लेवल सर्वाधिक नीचे चला गया है. लेकिन परेशानी की कोई बात नहीं है. उन्होने कहा कि सदर प्रखंड मोतिहारी में करीब 19 फीट 8 इंच, केसरिया 11 फीट 6 इंच, बजंरिया 13 फीट, कोटवा 16 फीट, संग्रामपुर 9 फीट 2 इंच, पहाड़पुर 16 फीट 5 इंच, अरेराज 10 फीट 9 इंच, कल्याणपुर 15 फीट 5 इंच, हरसिद्वी 13 फीट 1 इंच, तुरकौलिया 13 फीट 9 इंच, रक्सौल 15 फीट 7 इंच, रामगढ़वा 15 फीट 7 इंच, पीपराकोठी 15 फीट 9 इंच, सुगौली 14 फीट 9 इंच है.
सदर प्रखंड परिसर के विभिन्न कार्यालयों में लगे चार चापाकल में से तीन चापाकल महीनों से खराब पड़े हैं. एक चापाकल बीडीओ कार्यालय के नजदीक है जिससे पानी तो निकलता है लेकिन वह दुषित है. प्रखंड कर्मी, अंचल कर्मी व ग्रामीण क्षेत्र से आये ग्रामीण महिला, पुरुष व छात्र-छात्राओं को तपती धूप में पानी पीने को नहीं मिल रहा है. मजबूरन उसी एकमात्र चालू चापाकल से दूषित पानी पाने को मजबूर हैं.
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