बगैर हाई सेक्यूरिटी नम्बर प्लेट वाले वाहनों पर पुलिस की नजर

क्राइम कंट्रोल व यातायात नियंत्रण के लिए ड्रोन पुलिस यूनिट भी कार्य करेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | July 26, 2024 9:52 PM

मोतिहारी . क्राइम कंट्रोल व यातायात नियंत्रण के लिए ड्रोन पुलिस यूनिट भी कार्य करेगी. इसके लिए चयनित सिपाहियों को डीजीसीए से अधिकृत रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन की ओर से प्रशिक्षण दिया जाएगा. पुलिस मुख्यालय ने एसटीएफ को इसके लिए नोडल एजेंसी बनाया गया है. ड्रोन पुलिस यूनिट से पुलिस को दियारा इलाके में क्राइम कंट्रोल करने व शराब माफियाओं पर नकेल कसने में मदद मिलेगी. डीआइजी जयंतकांत ने बताया कि ड्रोन का इस्तेमाल पहले से भी किया जा रहा है जिसे और सुदृढ़ किया जा रहा है. हाई सेक्यूरिटी नम्बर प्लेट,सर्विलांस,सीसीटीभी को भी दुरूस्त किया जायेगा.कुछ नये भी लगेंगे. मिली जानकारी के अनुसार आबादी और उसके क्षेत्रफल के अनुसार 250 ग्राम से लेकर डेढ़ क्विंटल तक ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा. जानकारी हो कि, मिशन सुरक्षा के तहत बिहार के सभी जिलों में ड्रोन पुलिस यूनिट की स्थापना की जाएगी. विभाग ने वर्ष 2024 के आरंभ में हीं बिहार के हर जिले में ड्रोन पुलिस यूनिट की स्थापना होने की बात कही थी. उन्होंने बताया था कि हर जिले की क्षेत्रफल और आबादी के अनुसार ड्रोन की खरीदारी की जाएगी. ड्रोन पुलिस यूनिट के लिए चयनित जवानों को विशेषज्ञ की ट्रेनिंग दी जाएगी. विभागीय निर्देश के बाद अब बिहार के सभी जिलों में ड्रोन पुलिस यूनिट की स्थापना को लेकर कवायद शुरू की गयी है. चम्पारण रेंज के तीनों जिलों यथा बगहा,प. चम्पारण,पूर्वी चम्पारण में भी इसकी कवायद शुरू की गयी है. गंडक दियारा व जंगली इलाके में छिपे अपराधी खोजने में मिलेगी मदद : जिले में ड्रोन पुलिस यूनिट से अपराध नियंत्रण में पुलिस को काफी मदद मिलेगी. बूढ़ी गंडक, बागमती व गंडक नदी के दियारा में अपराधियों का अड्डा बना रहता है. बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी दियारा इलाके में जाकर छिप जाते हैं. ऐसे में अब हाइ रेजुलेशन क्षमता वाली ड्रोन की कैमरा की मदद से पुलिस उनको खोज लेगी.उत्पाद विभाग की टीम ढाई साल पहले ही ड्रोन कैमरा से लैस हो चुकी है. सहायक उत्पाद आयुक्त ने अलग उत्पाद ड्रोन यूनिट ही बना रखी है. ड्रोन कैमरा की मदद से दियारा इलाके में देशी व चुलाई शराब के अड्डे पर छापेमारी की जाती है. क्या कहते हैं अधिकारी ड्रोन कैमरा का इसतेमाल पहले से की जा रही है.विभागीय निर्देश पर ड्रोन यूनिट बनाने से पुलिस को जंगल व दियारा क्षेत्र में और उलपब्धि मिलेगी. इसके साथ बगैर हाई सेक्यूरिटी नम्बर प्लेट वाले वाहनों पर पुलिस की नजर है. नये सीसीटीवी लगेंगे और जो पुराने है उसे दुरूस्त किया जायेगा. जयंतकांत, डीआइजी ,चम्परण रेंज

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