कामकाजी महिला कर्मी अपने बच्चों को लाएं पालना घर, मिलेगा बेहतर महौल
नारी शक्ति योजना के तहत कामकाजी महिलाओं के लिए जिले में तीन पालना घर का निर्माण कराया गया है.
मोतिहारी. नारी शक्ति योजना के तहत कामकाजी महिलाओं के लिए जिले में तीन पालना घर का निर्माण कराया गया है. जिसमें एक पालना घर सामाहरणाल स्थित परिसर में है, दूसरा पुलिस लाईन व एक मिशन शक्ति योजना अंतर्गत मोतिहारी सदर वार्ड 34 में बनाया गया है. इसकी जानकारी देते हुए आईसीडीएस डीपीओ कविता कमारी ने बताया कि पालना घर बनाने का सरकार का मुख्य उद्देश्य है कि वैसी महिला या पुरूष कर्मी जो कार्य करते है व उनके बच्चे को घर में अकेलापन महसूस होता है जिसकी आयू छह माह से पांच साल तक है वैसे बच्चों के देखभाल के लिए पालना घर स्थापित किया गया है. इन पालना घरों में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उचित वातावरण उपलब्ध कराया जाता है, बावजूद पालना घर में कामकाजी महिलाओं की तुलना में बच्चों की संख्या कम दिख रही है. डीपीओ ने कहा कि शहरी क्षेत्र में जो मिशन शक्ति योजना अंतर्गत आंगनबाड़ी सह क्रेच का संचालन किया गया है उसमें बच्चों को भोजन भी आंगनबाड़ी सेविका के द्वारा दिया जाएगा सहित अन्य बाते कही. उन्होने कहा कि मिशन शक्ति योजना के तहत पालना घर में क्रेच वर्कर की बहाली हो गयी है व पुलिस लाइन में बने पालना घर में बहाली होगी.- नारी शक्ति पालना घर में मिलने वाली सुविधाएं डीपीओ ने बताया कि नारी शक्ति पालना घरों में बच्चों के लिए खिलौने, बेड, फ्रिज, एसी, टेंट हाउस, और बाल सुलभ चित्रकारी से भरे वॉलपेपर होते है. इन पालना घरों में बच्चों के लिए नर्सरी और एलकेजी क्लास की पढ़ाई की व्यवस्था होती है साथ ही बच्चों के लिए खेलकूद की सुविधा होती है.
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