भारतीय संस्कृति और संस्कारों का अभिन्न अंग है योग
योग साधारण व्यायाम नहीं है, बल्कि एक नवीन जीवन पद्धति को स्थापित करने का प्रभावकारी साधन है. यह एक ऐसी जीवन शैली है,जिसमें जीवन की बाह्य एवं आंतरिक वास्तविकताओं का सुंदर संयोग होता है.
मोतिहारी. योग साधारण व्यायाम नहीं है, बल्कि एक नवीन जीवन पद्धति को स्थापित करने का प्रभावकारी साधन है. यह एक ऐसी जीवन शैली है,जिसमें जीवन की बाह्य एवं आंतरिक वास्तविकताओं का सुंदर संयोग होता है. उक्त बातें महर्षिनगर स्थित आर्षविद्या शिक्षण प्रशिक्षण सेवा संस्थान-वेद विद्यालय में योगाभ्यास शिविर में सम्मिलित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए प्राचार्य सुशील कुमार पाण्डेय ने कही. उन्होंने कहा कि योग भारतीय संस्कृति और संस्कारों का अभिन्न अंग है. यह भारत का बहुत बड़ा आविष्कार है जो संपूर्ण मानवता के लिए उपयोगी है. वहीं योग शिक्षिका नीतू सिंह एवं माधुरी मिश्रा ने प्रतिभागियों को योगाभ्यास कराया. मौके पर सुधीर दत्त पाराशर, रुपेश कुमार ओझा, कृष्ण कुमार, राकेश कुमार तिवारी, आलोक चन्द्रा, सुधाकर पाण्डेय, सुजीत मिश्रा, कुमारी पूनम, प्रदीप कुमार, डाॅ नितेश पाण्डेय, अरुण तिवारी, सुनील उपाध्याय सहित वेद विद्यालय के छात्र व आसपास के अन्य लोग मौजूद थे. मोतिहारी. इस्ट चंपारण लायंस क्लब के द्वारा नवयुवक पुस्तकालय के सभागार में योग शिविर का आयोजन किया गया. योग शिविर में जिला के सुप्रसिद्ध योग शिक्षक डॉ नवीन कुमार एवं महिला योग शिक्षिका प्रियंका नागवंशी मौजूद रही. योग शिविर में अध्यक्ष लायन सुजीत कुमार सिंह, सचिव सुधीर कुमार गुप्ता, वरीय सदस्य लायन मनोज जायसवाल, एमजेएफ केपी श्रीवास्तव,डॉ राहुल शाह,डॉ सच्चिदानंद पटेल,सतीश गुप्ता राजकिशोर प्रसाद,चंदन कुमार,अशोक जायसवाल,पवन पुनीत चौधरी,अजय कुमार आजाद,निलेश रंजन, अजय कुमार सुमन, आदित्य कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे. घोड़ासहन. स्थानीय टीआरएमपी उच्च विद्यालय प्रांगण में याेग शिविर का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन बीइओ शत्रुध्न प्रसाद, प्रधानाध्यापिका कामिनी कुमारी, डॉ अशोक कुमार, योग गुरु धर्मेन्द्र विद्रोही आदि द्वारा किया गया. उपस्थित छात्र-छात्राओं को श्वसन क्रिया व ध्यान को जोड़ता योग सिखाया गया. मौके पर छात्र सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे.
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