घोड़ासहन (पूचं). झरौखर थाने के हाजत में बंद एक युवक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी. पुलिस ने उसे बाइक चोरी के आरोप में पकड़ा था. परिजनों ने पुलिस पर पीट-पीट कर हत्या करने का आरोप लगाया है, जबकि पुलिस का कहना है कि युवक ने शर्ट से फंदा लगा आत्महत्या की है. मृतक नन्हक कुमार राय (30) झरोखर थाने के अठमुहान कसबा टोला निवासी बद्री राय का पुत्र था. काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा. बताया जाता है कि बाइक चोरी के आरोप में पुलिस ने बुधवार सुबह नन्हक को हिरासत में लिया था. वह अपने एक पहचान वाली की बाइक लेकर घूम रहा था. इस दौरान पुलिस ने चोरी की बाइक के संदेह पर उसे पकड़ा, उसके बाद थाने ले गयी. पुलिस का कहना है कि बुधवार की रात नन्हक ने हाजत में ही फंदा लगा आत्महत्या का प्रयास किया. फंदा से नीचे उतार उसे घोड़ासहन पीएचसी लाया गया. जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. इधर मृतक के बड़े भाई राजू कुमार ने बताया कि नन्हक मजदूरी करता था. दो साल पहले उसकी शादी हुई थी. उसकी एक वर्ष की पुत्री है. गांव के ही करीबी की बाइक लेकर झरौखर गया था, जहां ग्रामीण चौकीदार सोगारथ राय ने चोरी की बाइक होने का झूठा आरोप लगा कर पुलिस से उसे पकड़वा दिया. पुलिस उसे थाना ले जाकर इतनी बेरहमी से पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलते ही सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने पहुंच थाना व पीएचसी परिसर में जमकर हंगामा किया. सिकरहना डीएसपी अशोक कुमार व छौड़ादानों के अंचल निरीक्षक, धनंजय कुमार ने पहुंच लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया. शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा. थाना परिसर सहित आसपास का इलाका देखते ही देखते पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. झरौखर में जितना, कुंडवा चैनपुर के अलावा आसपास के थानों की पुलिस कैंप कर रही है. सदर अस्पताल परिसर पुलिस छावनी में तब्दील मोतिहारी. झरौखर पुलिस नन्हक कुमार राय का शव लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल पहुंची. साथ में मृतक के परिजन व ग्रामीण भी थे. वह शव का पोस्टमार्टम नहीं करने दे रहे थे. उनका कहना था कि जब तक दोषी थानाध्यक्ष, चौकीदार व पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक पोस्टमार्टम नहीं करने देंगे. सदर एएसपी शिखर चौधरी, नगर इंस्पेक्टर राकेश कुमार भास्कर, मुफस्सिल सर्किल इंस्पेक्टर सहित भारी संख्या में पुलिस जवान सदर अस्पताल पहुंचे. एएसपी ने मृतक के परिजनों ने बात की. उन्हें आश्वासन दिया कि जांच की जा रही है. दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी. उनके आश्वासन पर भी परिजन नहीं माने. उनका कहना था कि कार्रवाई के लिए दिये गये आवेदन का जब तक रिसीविंग नहीं मिलेगा, तब तक शव का पोस्टमार्टम नहीं होगा. परिजन निष्पक्ष जांच की मांग पर अड़े थे. सदर एएसपी ने उन्हें कहा कि इसकी निष्पक्ष जांच होगी. पुलिस कर्मी अगर दोषी पाये गये तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी होगी. उनके आश्वासन पर परिजन माने, उसके बाद शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंपा गया. पोस्टमार्टम के लिए मजिस्ट्रेट तैनात, मेडिकल बोर्ड गठित शव के पोस्टमार्टम के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया. वहीं मेडिकल बोर्ड भी गठित हुआ. मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में डॉक्टरों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी करायी गयी. पोस्टमार्टम करने वालों में डॉ डा सुभाषचंद्र भारतीय, डॉ अनुप कुमार गौतम व डॉ विक्रम अग्रवाल शामिल थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है