दिल्ली के बाद बिहार का किला फतह करने में जुटी BJP, राज्यसभा सांसद ने किया खुलासा
Bihar: बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में NDA खासकर बीजेपी अभी से जुट गई है. NDA के कई नेता प्रदेश के कई हिस्सों में कैंप कर रहे हैं.
दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी अब साल के आखिर में बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है. इसके लिए पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है. इस बात का खुलासा बिहार से NDA के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने किया है. सोमवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार की लीडरशिप में चुनाव होगा और बिहार में एनडीए गठबंधन की सरकार बनेगी. बता दें कि दिल्ली के चुनाव नतीजों से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के एनडीए के सांसदों से मुलाकात की थी. इस दौरान जेडीयू के प्रमुख नेता ललन सिंह, संजय झा और लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान मौजूद थे.
पूर्ण बहुमत से बिहार में बनेगी एनडीए सरकार: उपेंद्र कुशवाहा
वही, जब उपेंद्र कुशवाहा से आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि दिल्ली के चुनाव का परिणाम कुछ भी होता लेकिन बिहार में स्पष्ट है कि एनडीए की सरकार बनेगी और बहुत ढंग से बनेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीमार होने के विपक्षी नेताओं के बयान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री कुशवाहा ने कहा कि जिनको जो बोलना है बोलते रहें, मुख्यमंत्री फिलहाल अपनी प्रगति यात्रा पर हैं और मजबूती से अपना काम कर रहे हैं. इस यात्रा के दौरान वह लोगों के बीच जा रहे हैं.
लोगों में केजरीवाल के खिलाफ काफी गुस्सा था
दिल्ली चुनाव परिणाम को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख ने कहा कि दिल्ली का चुनाव परिणाम वहां की जनता का निर्णय है. ऐसा ही निर्णय जनता लेने वाली है, ऐसा पहले से ही लग रहा था. वहां के लोगों में ‘आप’ के नेता अरविंद केजरीवाल के खिलाफ काफी गुस्सा था. दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने जा रही है, यह अच्छी बात है.
27 साल बाद दिल्ली में सरकार बनाएगी बीजेपी
बता दें कि भाजपा ने दिल्ली में 27 साल बाद स्पष्ट बहुमत हासिल किया है. दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से उन्होंने 48 सीटें जीती हैं, जबकि आम आदमी पार्टी को 22 सीटें मिली हैं. कांग्रेस का खाता नहीं खुला है. इससे पहले भाजपा ने 1993 में 49 सीट जीतकर दो तिहाई बहुमत हासिल किया था.
बिहार में लगातार कैंप कर रहे NDA के नेता
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में फिर से सरकार बनाने की बात यूं ही हवा में नहीं कही है. लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद से ही NDA के नेता प्रदेश के हर हिस्से में कैंप कर रहे हैं. NDA जातीय समीकरण साधने भी लगी है. इसका ताजा उदाहरण मोदी कैबिनेट में भी देखने को मिला. जब बीजेपी ने यादव समाज से आने वाले नित्यानंद राय को गृह राज्य मंत्री, मल्लाह समाज से आने वाले जीतन राम मांझी को केंद्रीय मंत्री मुजफ्फरपुर से राज भूषण निषाद को राज्य मंत्री, कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर को राज्यमंत्री, ब्राह्मण समाज से सतीश चंद्र मिश्रा को राज्य मंत्री, दलित समाज से आने वाले चिराग और भूमिहार समाज से आने वाले दो सांसदों को कैबिनेट मंत्री बनाया.
सीएम नीतीश कर रहे प्रगति यात्रा
वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी प्रदेश में प्रगति यात्रा कर रहे हैं. इस दौरान वह बिहार के हर जिले का दौरा कर रहे हैं. अपनी यात्रा के दौरान वह हर जिले को अरबों का सौगात दे रहे हैं. इसे भी चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है.
बजट में रखा गया है खास ख्याल
बीजेपी बिहार को लेकर कितनी सजग है. इसका उदाहरण मोदी 3.0 के अनुपूरक और पूर्णकालिक बजट में भी देखने के लिए मिला. जब केंद्र सरकार ने बिहार के विकास के लिए अपना खजाना खोल दिया और बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना से लेकर एयरपोर्ट और एक्सप्रेस-वे का जाल बिछाने के लिए स्पेशल पैकेज का ऐलान किया.
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