मुकेश सहनी नाराज, बोले- मैंने NDA नहीं छोड़ा, पर मिट्टी में मिल जाउंगा, योगी की जय नहीं बोलूंगा
मुकेश सहनी ने कहा कि अगर एनडीए है, तो सीट एनडीए के अनुसार ही बंटना चाहिए था, लेकिन वीआईपी पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली.
पटना. विधान परिषद चुनाव में सीट बंटवारे के बाद एनडीए घटक दलों में नाराजगी अब कलह बनती जा रही है. वीआईपी अध्यक्ष और मंत्री मुकेश साहनी ने कहा है कि बिहार में एनडीए खत्म हो चुका है. अब हम अपने दम पर 24 सीटों पर लड़ाई लड़ेंगे. मैं एनडीए नहीं छोड़ रहा मुझे भगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए केवल दो पार्टियों तक ही सीमित रह गया है. मुकेश सहनी ने कहा कि अगर एनडीए है, तो सीट एनडीए के अनुसार ही बंटना चाहिए था, लेकिन वीआईपी पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली. मुकेश सहनी ने कहा कि मेरे और जीतनराम मांझी के बूते पर सरकार टिकी हुई है. मुझे किसी अंजाम की परवाह नहीं है. हमारी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी.
भाजपा ने पीठ में खंजर भोंका है
मुकेश सहनी ने कहा कि भाजपा ने उनकी पीठ में खंजर भोंका है. वे योगी की जय नहीं बोलेंगे. यूपी में उनकी पार्टी पूरे दम के साथ उतरेगी और जरूरत पड़ी तो उनका मुर्दाबाद करने को भी तैयार हैं. मुकेश सहनी ने प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा को जमकर कोसा. उन्होंने कहा कि मैं गरीब का बेटा हूं, भाजपा का वश चलेगा तो मेरी हत्या भी हो सकती है, लेकिन मुझे इसका डर नहीं है. मैं लड़ाई लड़ने वाला आदमी हूं, मेरी लड़ाई चलती रहेगी. सहनी ने कहा कि भाजपा कह रही है कि वो मुझे मिट्टी में मिला देंगे. मैंने कहा है कि मुझे कबूल है. मैं मिट्टी में मिल जाऊंगा, लेकिन योगी की जय नहीं बोलूंगा. जरूरत पड़ी तो मैं औऱ मेरा समाज योगी मुर्दाबाद बोलने के लिए भी तैयार है. सहनी ने कहा कि भाजपा अगर मेरी मांग मान लेती है, तो ठीक है वर्ना हम हर लड़ाई लड़ने को तैयार हैं.
राजनीति में दोस्त औऱ दुश्मन बनते रहते हैं
मुकेश सहनी ने कहा कि राजनीति में दोस्त औऱ दुश्मन बनते रहते हैं. कल तक मैं भाजपा का दोस्त था, कल उसने मुझे बाहर निकाल दिया, अब मैं भाजपा का दोस्त नहीं रहा. सहनी ने कहा कि वो मेरी पार्टी के विधायकों को तोड़ने का दावा कर रहे हैं. वे ये काम भी करके देख लें, मैं इससे डरने वाला नहीं हूं. कोई पार्टी विधायक के बल पर नहीं चलती है. मुकेश सहनी ने कहा कि कोई अगर मेरा तीन विधायक तोड़ेगा, तो अगली दफे 30 विधायक जीतेंगे. मेरे 130 विधायक भी जीत सकते हैं और फिर मेरा समाज मुझे मुख्यमंत्री भी बना सकता है. ऐसा थोड़े ही है कि मुकेश सहनी में मुख्यमंत्री बनने की काबिलियत नहीं है. इस बिहार का तो इतिहास है कि जिसको कुछ नहीं पता वह भी मुख्यमंत्री बना है, निषाद समाज के नेता को तो बहुत समझदारी है. हम तो दुनिया जीतने वाले लोग हैं.
बोचहां में मैदान छोड़ने का सवाल नहीं
मुकेश सहनी ने कहा कि बोचहां में उनकी पार्टी के विधायक मुसाफिर पासवान के निधन से सीट खाली हुई है. उस सीट पर भाजपा अपना उम्मीदवार उतारने की बात कर रही है, लेकिन वीआईपी उस सीट पर अपना दावा नहीं छोड़ेगी. बीजेपी ने समर्थन दिया तो स्वागत करूंगा वर्ना चुनाव मैदान में भी उसका स्वागत करने को तैयार हूं.