पटना. वीआइपी के संस्थापक मुकेश सहनी ने मंगलवार को फेसबुक लाइव के माध्यम से पार्टी के कार्यकर्ताओं व नेताओं को बोचहा सीट पर जीत दिलाने के लिए पूरी मजबूती से काम करने की अपील की है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि हम कोई फिल्मी हीरो नहीं है.
पार्टी की ताकत को देखकर भाजपा ने 11 सीट व एक एमएलसी की सीट दिया था, लेकिन आज एनडीए ने मुझे लगभग बाहर कर दिया है. वे हमारे घर में घुस गये हैं. सहनी ने कहा कि आज की स्थिति को देख कर मुझे लालू प्रसाद की बात नहीं मानने का अफसोस हो रहा है. अगर उस वक्त हम उनकी बात को मान लेते, तो शायद आज यह दिन नहीं देखना पड़ता.
उन्होंने कहा कि यूपी में वीआइपी और जदयू दोनों चुनाव लड़े, लेकिन टारगेट वीआइपी को किया जा रहा है. क्योंकि सरकार में बैठे लोग यह जानते है कि इसकी ताकत बढ़ेगी, तो उस वक्त 11 सीट पर समझौता करना पड़ा था. कहीं 31 सीट पर बाद में समझौता नहीं करना पड़े. बोचहा में चुनाव के बाद हम जीत की खुशी मनायेंगे और उसके बाद 2024 के लिए हम रणनीति के साथ काम करेंगे. जब हमारी ताकत बढ़ेगी, तो सभी पार्टियां खुद मेरे पास आयेंगे.
गौरतलब है कि भाजपा ने बोचहा विधानसभा उप चुनाव में बेबी कुमारी को अपना उम्मीदवार बनाया है. जबकि इसके इतर वीआइपी ने राजद से आये पूर्व मंत्री रमई राम की बेटी गीता कुमारी को टिकट दिया है. राजद ने पूर्व विधायक मुसाफिर पासवान के बेटे अमर पासवान को प्रत्याशी बनाया है.
भाजपा अपने घटक दल वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी की यूपी में लाख मना करने के बावजूद उम्मीदवार उतारने से नाराज है. इतना ही नहीं भाजपा को इस बात को लेकर भी गुस्सा है कि मुकेश सहनी विधान परिषद की 24 सीटों के लिए हो रहे चुनाव में भी राजग के उम्मीदवार के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतार चुके हैं, ऐसे में भाजपा को जदयू का साथ भी मिल गया है और जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा भी यह बयान दिये हैं कि सभी राजनीतिक दलों को हर चुनाव में अपना उम्मीदवार उतारने का हक है.