चंपारण में संकल्प यात्रा के दौरान मुकेश सहनी ने कहा- देश आजाद हुआ, लेकिन निषादों को अब भी नहीं मिली सही आजादी

मुकेश सहनी 25 जुलाई को शुरू हुई अपनी निषाद आरक्षण यात्रा लेकर गुरुवार को चंपारण पहुंचे. यहां उन्होंने लोगों को गंगाजल देकर संकल्प कराया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इसी धरती ने संकल्प की बदौलत गांधी जी को महात्मा बनाया था. आज हम भी इसी धरती पर संघर्ष का संकल्प ले रहे है.

By Anand Shekhar | August 3, 2023 7:53 PM
an image

विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी गुरुवार को अपनी निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा को लेकर महात्मा गांधी की कर्मभूमि पूर्वी चंपारण जिला के मुख्यालय मोतिहारी पहुंचे. सहनी के यहां पहुंचने पर लोगों ने दिल खोलकर उनका स्वागत किया. गुरुवार की संकल्प यात्रा डिलिया बाजार , केसरिया, से शुरू हुई, जहां बड़ी संख्या में उपस्थित युवाओं और महिलाओं ने आने वाली पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए पढ़ाने का तथा संघर्ष करने का हाथ में गंगाजल लेकर संकल्प लिया.

गांधी जी की धरती पर संघर्ष का संकल्प ले रहे हैं : मुकेश सहनी

यात्रा में उपस्थित लोगों को संकल्प दिलवाने के क्रम में मुकेश सहनी ने इस धरती को नमन करते हुए कहा कि इसी धरती ने संकल्प की बदौलत गांधी जी को महात्मा बनाया था. आज हम भी इसी धरती पर संघर्ष का संकल्प ले रहे है और यह संकल्प निषादों के उज्जवल भविष्य को तय करेगा.

जनसभा को मुकेश सहनी ने किया संबोधित

पूर्व मंत्री मुकेश सहनी संकल्प रथ पर सवार होकर इसके बाद लाला छपरा चौक, पितांबर चौक केसरिया, हुसैनी बाजार, सेमापुर मेला बाजार , संग्रामपुर, बड़ी वीअरिया बाजार पहुंचे जहां विरती टोला ब्रह्म स्थान के प्रांगण में विशाल जनसभा को संबोधित किया. इसके बाद वो गायघाट, उज्जैन लोहियार पंचायत के बलुआ हाई स्कूल के प्रांगण में पहुंचे जहां उन्होंने विशाल जनसभा को संबोधित किया.

निषादों को अभी भी सही आजादी नहीं मिली : सहनी

इस यात्रा के दौरान सभी स्थानों पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे और उत्साह के साथ वीआईपी को समर्थन देने तथा निषादों के आरक्षण के लिए संघर्ष में साथ देने का संकल्प लिया. लोगों को संकल्प दिलाते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि आजादी की लड़ाई में बड़ी संख्या में निषाद समाज के लोगों ने अपनी जान गंवाई लेकिन आज भी निषाद समाज को सही आजादी नहीं मिल पाई है, आज भी निषादों को हक और अधिकार के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है.

बिहार, यूपी, झारखंड में अब भी निषादों को आरक्षण नहीं : मुकेश सहनी

मुकेश सहनी ने लोगों में जोश भरते हुए कहा कि आज पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में निषादों को आरक्षण मिल रहा है लेकिन बिहार, यूपी, झारखंड को अब भी यह अधिकार नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि नौ वर्ष के संघर्ष की बदौलत आज बिहार में निषादों की अलग पहचान बनी है अब हमें इसी जोश के साथ संघर्ष करना है कि देश दुनिया में भी निषाद के लोग सिर उठाकर जी सके, इसी के लिए संकल्प लेना जरूरी है. उन्होंने कहा कि जो संकल्प है वह अभी पूरी तरह पूरा नहीं हुआ है.

Also Read: VIP की ‘संकल्प यात्रा’ पहुंची समस्तीपुर, मुकेश सहनी बोले- अपने सम्मान के लिए संकल्प के साथ करना होगा संघर्ष

4 नवम्बर तक चलेगी निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा

बता दें कि विकासशील इंसान पार्टी की निषाद आरक्षण यात्रा 25 जुलाई से शुरू हुई है. इस दिन पार्टी द्वारा पटना के कृष्ण मेमोरियल हॉल में फूलन देवी का शहादत दिवस भी मनाया गया. यह यात्रा पूरे बिहार, उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल और झारखंड के कुछ जिलों में निकाली जाएगी. तकरीबन 80 जिलों की यात्रा के बाद इसका समापन 4 नवम्बर को होगा. निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा मुकेश सहनी एवं पार्टी के कार्यकर्ता लोगों के बीच जाएंगे. इस दौरान घर-घर जा कर संकल्प अभियान भी चलाया जा रहा है. सहनी अपनी यात्रा के दौरान लोगों को गंगा जल हाथ में रखकर अपने आराध्य और पूर्वजों को साक्षी मानकर बच्चो को पढ़ाने और निषाद आरक्षण के लिए संघर्ष करने तथा अपनी पार्टी वीआईपी को मजबूत करने का संकल्प भी दिला रहे हैं.

चर्चा में मुकेश सहनी की बस

मुकेश सहनी की या यात्रा चर्चा में इसलिए भी बनी हुई है. क्योंकि सहनी इस यात्रा पर जिस बस से निकले हैं वह मर्सिडीज बेंज की बस को मॉडिफाइड कर बनाया गया है. इस बस को मुंबई के कारीगरों ने दो महीने की मेहनत से बनाया है. इस बस को मोडिफ़ाई कर 18 कैरेट का सोना लगाया गया है. जिससे यह बस किसी राज दरबार की तरह लगता है. इसके साथ ही बस में आलीशान व लग्जीरियस बेडरूम व बाथरूम भी बनाया गया. इसके साथ ही बस में मुकेश सहनी के बैठने और मीटिंग करने के लिए राजशाही अंदाज के कुर्सी व सोफ़े लगाए गए हैं. इस मीटिंग हॉल में आने के बाद कुछ ऐसा लगेगा जैसे किसी राजदरबार में आ गए हों. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बस की कीमत चार करोड़ रुपये है.

Exit mobile version