पटना जंक्शन पर मार्च तक सब-वे से जुड़ जाएगा मल्टी मॉडल हब, जाम की समस्या से मिलेगी निजात
स्मार्ट सिटी के तहत मल्टी मॉडल हब से पटना जंक्शन तक अंडरग्राउंड सबवे का काम भी तेजी से चल रहा है. इस योजना का काम मार्च तक पूरा होने की उम्मीद है. मेट्रो की कुल लंबाई 440 मीटर है. इसमें करीब 320 मीटर का रास्ता भूमिगत सुरंग से सीधे जंक्शन के मुख्य भवन और महावीर मंदिर के दक्षिण की ओर जाएगा.
पटना को जल्द ही एक बड़ी सौगात मिलने वाली है. स्मार्ट सिटी के तहत जीपीओ गोलंबर के पास बन रहा मल्टी मॉडल हब का काम मार्च 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है. स्मार्ट सिटी मिशन परियोजना के तहत इसका काम जोरों से चल रहा है. मल्टी मॉडल हब सब -वे से भी जुड़ेगा, जिसका निकास पटना जंक्शन के नजदीक महावीर मंदिर के पास होगा. मल्टी मॉडल हब चार मंजिलों का बन रहा है, जबकि पहले इसे जी प्लस बनाने की ही योजना थी. इस मल्टी मॉडल हब में दो और मंजिल जोड़ने के लिए पटना स्मार्ट सिटी द्वारा अतिरिक्त 13 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं. नए बदलाव के बाद इसकी लागत 65 करोड़ से बढ़ कर 78 करोड़ 11 लाख हो गयी है. बता दें कि इस योजना के पूरा होने से पटना जंक्शन, जीपीओ गोलंबर और आस-पास के इलाके में लगने वाले जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी.
100 अतिरिक्त वाहनों के लिए होगी पार्किंग कि व्यवस्था
जहां पहले दो मंजिला मल्टी मॉडल हब में करीब 150 गाड़ियों की पार्किंग होनी थी, वहीं अब वहां 100 और गाड़ियां पार्क की जा सकेंगी. ग्राउंड फ्लोर पर बस स्टैंड होगा, जहां एक साथ करीब 32 बसें खड़ी की जा सकेंगी. यहां से शहर के विभिन्न क्षेत्रों के लिए बसें चलायी जायेंगी.
हब में मिलेंगी कई सुविधाएं
इसके साथ ही यहां कई और सुविधाएं उपलब्ध होंगी. जैसे ई-चार्जिंग पॉइंट, कैफेटेरिया, एटीएम कियोस्क, टिकट काउंटर, वेटिंग एरिया इत्यादि. पीएससी के प्रबंध निदेशक ने ऑटो चालकों को आश्वासन दिया है कि मल्टी मॉडल हब में उनके लिए स्टैंड की सुविधा होगी. ऊपर के फ्लोर पर चार पहिया व छोटे वाहन लगेंगे.
मार्च तक अंडरग्राउंड सब-वे का काम होगा पूरा
मल्टी मॉडल हब से पटना जंक्शन तक अंडरग्राउंड सब-वे का काम भी स्मार्ट सिटी के तहत तेजी से चल रहा है. मार्च तक इस योजना का काम पूरा होना की उम्मीद है. सब-वे की कुल लंबाई 440 मीटर है. इसमें करीब 320 मीटर का रास्ता सीधे जमीन के अंदर बने सुरंग से होते हुए जंक्शन के मुख्य भवन और महावीर मंदिर के दक्षिण की तरफ जाएगा. बाकी का हिस्सा जमीन के ऊपर होगा.
लगेगा एस्कलेटर व ऑटोमेटिक ट्रेबलेटर
सुरंग में जाने के लिए एस्कलेटर भी लगाया जाएगा, जो कि ऑटोमेटिक ट्रेबलेटर (स्वचलित रैंप) की तरह होगा. यह ऑटोमेटिक ट्रेवलेटर आठ मीटर चौड़ा होगा और इस पर खड़े होकर लोग आना जाना करेंगे. इसके माध्यम से लोग पटना जंक्शन से सीधे मल्टी मॉडल हब में पहुंच जाएंगे.
सब-वे निकास प्वाइंट की चौड़ाई 14 मीटर
जानकारी के अनुसार सब-वे के निकास का प्वाइंट महावीर मंदिर और रेलवे इंजन के बीच होगा. अभी के डिजाइन के अनुसार निकास प्वाइंट की चौड़ाई 14 मीटर है. इतनी चौड़ाई होने के कारण इंजन को हटाने की जरूरत पड़ रही है. फिलहाल की स्थिति के अनुसार रेलवे की ओर से इंजन हटाने की तैयारी नहीं है. इसलिए यात्रियों को सुविधा देखते हुए निकास प्वाइंट की चौड़ाई कम करने के सुझाव पर काम किया जा रहा है.
सब- वे निर्माण के लिए एक लेन सड़क बंद
भूमिगत सब- वे के निर्माण के लिए स्टेशन गोलंबर के पास एक लेन को बंद कर दिया गया है. इसके साथ ही जीपीओ की तरफ जाने वाले रास्ते को भी थोड़ी दूर के लिए वन वे कर दिया गया है. ऐसे में पटना जंक्शन से निकलने वाले रास्ते यात्रियों के लिए संकरे हो गए. जिस वजह से जंक्शन पर जान जैसी स्थिति उत्पन्न हो जा रही है .
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