पटना. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को नयी दिल्ली में राज्य के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन के साथ हुई बैठक में राज्य के आठ जिलों में 1175.79 करोड़ रुपये की लागत वाली 15 आरओबी बनाने की मंजूरी दी. इसमें राज्यांश 669.29 करोड़ रुपये है. इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने राज्य के प्रस्तावित 12 एसएच को एनएच में परिवर्तित करने, गोरखपुर से सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे के अलाइनमेंट में संशोधन, पटना के पहाड़ी में मल्टीलेयर जंक्शन, अनिसाबाद-कच्ची दरगाह एलिवेटेड बनाने सहित अन्य सड़क और पुल परियोजनाओं पर विचार करने का आश्वासन दिया है.
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने केंद्रीय मंत्री गडकरी के साथ बैठक में नौ एजेंडों के माध्यम से राज्य की सड़क और पुल परियोजनाओं का प्रस्ताव रखा था. पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने केंद्रीय मंत्री के समक्ष प्रस्ताव रखा कि गोरखपुर से सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे इस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के समानांतर जा रहा है. इसके अलाइनमेंट में परिवर्तन करने से सहरसा और मधेपुरा जुड़ सकते हैं. इस पर केंद्रीय मंत्री ने विचार का आश्वासन दिया.
राज्य सरकार ने महात्मा गांधी सेतु के नये फोरलेन पुल को बन जाने के बाद इसके आठ लेन सहित एनएच-30, एनएच-19 और एसएच-101 की ट्रैफिक को संभालने के लिए पटना में पहाड़ी के पास मल्टीलेयर जंक्शन का प्रस्ताव दिया है. इस पर केंद्रीय मंत्री ने विचार का आश्वासन दिया. वहीं एनएच-30 पर जाम से मुक्ति के लिए अनीसाबाद से कच्ची दरगाह तक 15 किमी एलिवेटेड सड़क बनाने के प्रस्ताव पर केंद्रीय मंत्री ने एनएचएआइ को टीम भेजकर रिपोर्ट मंगवाने का निर्देश दिया.
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने राज्य में करीब 12 हजार करोड़ की नयी एनएच परियोजनाओं का टेंडर जुलाई में करने का आश्वासन दिया. इसके साथ ही पटना रिंग रोड, जेपी सेतु सहित अन्य नयी पुल परियोजनाओं में तेजी लाने का उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया. केंद्रीय मंत्री ने राज्य की प्रस्तावित 12 एसएच को एनएच में परिवर्तित करने की प्रक्रिया शुरू करने का अधिकारियों को निर्देश दिया.
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि मैंने केंद्रीय मंत्री गडकरी के समक्ष नौ एजेंडों के माध्यम से राज्य की सड़क और पुल परियोजनाओं का प्रस्ताव रखा. केंद्रीय मंत्री ने 15 आरओबी की मंजूरी देने के साथ सभी पर विचार का आश्वासन दिया है. केंद्रीय मंत्री गडकरी सात जून को 12000 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे.
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दरभंगा जिले में चार आरओबी बनेंगे. वहां लहेरियासराय-दरभंगा, दरभंगा से मुहम्मदपुर में दो आरओबी और थलवारा से लहेरियासराय में एक आरओबी बनेगा. समस्तीपुर जिले में दलसिंहसराय से नासिरगंज, पूर्वी चंपारण जिले में मोतिहारी कोर्ट से बापूधाम, मुजफ्फरपुर जिले में कपरपुरा से कांटी और मोतीपुर से महवाल स्टेशन शामिल हैं. पश्चिम चंपारण जिले में सुगौली से मंझौलिया और मंझौलिया से बेतिया स्टेशन के बीच आरओबी बनेंगे. नवादा जिले में वारसलीगंज से नवादा स्टेशन और बेगूसराय जिले में बरौनी से तेघड़ा स्टेशन के बीच आरओबी बनेंगे. कटिहार जिले में कटिहार-दालान, सुधानी से बारसोई और बारसोई से मुकुरिया स्टेशन के बीच आरओबी बनेंगे.
भारतमाला फेज-2 के अंतर्गत सुल्तानगंज से देवघर कांवरिया पथ जोड़े जाने, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पथ का भागलपुर तक विस्तार करने पर चर्चा हुई. मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया और भागलपुर चार शहरों के ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने के लिए रिंग रोड बनाने पर चर्चा हुई. इसके अतिरिक्त एनएच-122, एनएच-331, एनएच-120, एनएच-131बी, एनएच-219,
एनएच-319ए के फॉरेस्ट क्लीयरेंस, एन्वायरमेंट क्लीयरेंस, वाइल्ड लाइफ क्लीयरेंस पर चर्चा हुई. एनएच-119डी पर रामनगर से कच्ची दरगाह के अलाइनमेंट पर भी चर्चा हुई. यह भारतमाला परियोजना के अंतर्गत है. यह सड़क पटना रिंग रोड का भी अंग होगा और ट्रैफिक को देखते हुए मल्टीलेयर रनपेट का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा कराये जाने पर भी चर्चा हुई.
बैठक में पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप कुमार आर पुडकलकट्टी, अभियंता प्रमुख हनुमान प्रसाद चौधरी, मुख्य अभियंता (एनएच) अमरनाथ पाठक, मुख्य अभियंता (अनुश्रवण) नीरज सक्सेना, एनएचएआई के क्षेत्रीय पदाधिकारी उपस्थित थे.