मुंबई क्राइम ब्रांच ने फर्जी वेबसाइट से ठगी करनेवाले छह लोगों को पटना से किया गिरफ्तार, टेंडर के नाम पर करते थे ठगी

मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने राजधानी पटना के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर गिरोह के छह लोगों को गिरफ्तार किया और अपने साथ ले गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | January 8, 2021 9:56 AM

पटना. फर्जी वेबसाइट बनाकर टेंडर देने के नाम ठगी करने वाले गिरोह का मुंबई पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने राजधानी पटना के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर गिरोह के छह लोगों को गिरफ्तार किया और अपने साथ ले गयी.

बताया जा रहा है कि यह सभी टेंडर दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करते थे. इस बात की जानकारी मुंबई साइबर क्राइम की पुलिस पदाधिकारी एसएस सहस्त्रबुद्धे ने दी. उन्होंने बताया कि मुंबई क्राइम ब्रांच की पुलिस पटना गयी थी और छह लोगों को गिरफ्तार कर मुंबई लायी है. सभी आरोपितों से पूछताछ की जा रही है.

मिली जानकारी के अनुसार इनका एक गिरोह अलग-अलग राज्यों में सक्रिय है. वे विभिन्न सरकारी संस्थानों की फर्जी वेबसाइट तैयार करते थे. इसके बाद वेबसाइट पर टेंडर का नोटिफिकेशन जारी करते थे.

यह काम इतनी बारीकी से किया जाता था कि आम लोग आसानी से जाल में फंस जाते थे. लोग टेंडर लेने के लालच में धीरे-धीरे इस ट्रैप में फंसते जाते और बाद में ठगी के शिकार हो जाते थे. सरकारी वेबसाइट की हू-ब-हू फर्जी वेबसाइट को तैयार करते थे. इसमें सरकारी संस्थान के नाम के बाद एनआइसी डॉट इन की जगह एनआइसी डॉट ओआरजी शब्द का इस्तेमाल किया जाता था.

मुंबई में गैस एजेंसी दिलाने के नाम पर कर रहे थे ठगी

पटना से पकड़े गये छह ठगों में दो की जानकारी सामने आयी है, जो रविशंकर कुमार व डॉली शर्मा हैं. इनकी गिरफ्तारी मुंबई के गोरेगांव के एक व्यक्ति की शिकायत पर की गयी है. पश्चिम बंगाल से भी मुंबई पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है.

ठग लिये 3.66 लाख

एजेंसी लेने के बदले इच्छुक व्यक्ति को करीब 30 लाख रुपये के निवेश करने की बात थी, लेकिन आरोपितों की तरफ से शिकायतकर्ता को यह भी बताया गया कि सरकार की तरफ से इस एजेंसी को लेने के लिए उन्हें लोन भी आसानी से मिलेगा. इसके लिए कुछ राशि ऑनलाइन ट्रांसफर करना होगा.

इसके बाद शिकायतकर्ता उसकी बातों में आ गया और 3.66 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिये. लेकिन जब उन्हें गैस एजेंसी नहीं मिली, तो उन्होंने साइबर पुलिस से इसकी शिकायत की. मुंबई साइबर पुलिस के इंस्पेक्टर प्रमोद खोपीकर ने बताया कि पटना से सभी गिरफ्तार आरोपितों को कोर्ट ने तीन दिनों के लिए ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई पुलिस को सौंप दिया है.

क्या कहते हैं शिकायतकर्ता

गोरेगांव के रहने वाले शिकायतकर्ता ने मुंबई पुलिस को बताया कि इंटरनेट पर गैस एजेंसी को लेकर लिंक मिला. वहां से उसे एक फोन नंबर मिला. शिकायतकर्ता ने जब उस नंबर पर फोन किया, तो उन्हें बताया गया कि संबंधित वेबपेज पर एक फॉर्म मिलेगा, उसमें सारी व्यक्तिगत जानकारी लिख कर भेज दें.

Posted by Ashish Jha

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