IIT Bombay: आईआईटी बॉम्बे के एक छात्र के द्वारा खुदकुशी करने के मामले की जांच अब बिहार तक पहुंच गयी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम बिहार के छपरा पहुंची. एक छात्र से पूछताछ के सिलसिले में मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम पहुंची है. आईआईटी के छात्र दर्शन सोलंकी (Darshan Solanki Suicide) ने इस साल फरवरी में हॉस्टल के बिल्डिंग से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. मौत से पहले उसने एक सुसाइड नोट छोड़ा था. वहीं परिजनों के द्वारा जाति को लेकर टिप्पणी के कारण आत्महत्या का आरोप लगने के बाद जांच हर एंगल पर चल रही है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम छपरा के लिए सोमवार को रवाना हुई. जहां एक सैम राजपूत नाम के छात्र से पूछताछ पुलिस करेगी. आइआइटी के छात्र की खुदकुशी मामले में ये अहम पूछताछ मानी जा रही है. मृतक छात्र के परिजनों ने पुलिस को सैम और दर्शन के बीच हुए कुछ चैट के बारे में बताया है. पुलिस यह जांच करेगी कि क्या मृतक की जाति जानने के बाद सैम ने कुछ भेदभाव किया था.
बताया जा रहा है कि सैम राजपूत आइआइटी की तैयारी करने वाला एक छात्र है जो मृतक दर्शन सोलंकी से मार्गदर्शन ले रहा था. सैम के बयान दर्ज कराने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम को छपरा भेजा गया. मृतक के अभिभावक ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि मृतक छात्र की खुदकुशी मामले में जाति की वजह से भेदभाव की शिकायत वाले एंगल पर जांच नहीं हो रही है. जिसके बाद SIT को इस केस की जांच का जिम्मा दे दिया गया. वहीं पुलिस ने ठोस सबूत की मांग की है जिससे साबित हो सके कि संस्था के अंदर जाति को लेकर भेदभाव को मृतक सहन कर रहा था.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मृतक के परिजन ने रूम पार्टनर पर भी आरोप लगाए हैं कि जब उसे दर्शन के पिछड़ी जाति से होने का पता चला तो उसने खुद को अलग कर लिया. जबकि पुलिस के हाथ एक वीडियो लगी है जिसमें छात्र की खुदकुशी से 10 दिन पहले ही अपने रूम पार्टनर के बर्थडे को मृतक छात्र व अन्य दोस्त सब मिलकर इंज्वाय कर रहे हैं.
वहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एसआइटी ने एक छात्र अरमान खतरी को 9 अप्रैल को गिरफ्तार किया है. बताते चलें कि सुसाइड नोट में छात्र ने अरमान का जिक्र करके लिखा था कि ‘तुमने मुझे मार दिया अरमान..’. अरमान को इस आधार पर कोर्ट से बेल भी मिल चुका है कि केवल नाम लिखने से वो मुजरिम साबित नहीं होता. इस पूरे प्रकरण पर कॉलेज ने स्पष्ट किया है कि ना ही रैगिंग का मामला है और ना ही जातिगत पूर्वाग्रह के आरोप सही हैं. इधर एग्जाम के एक पेपर में फेल होने की भी बात सामने आयी है. मामले की जांच चल रही है.
Published By: Thakur Shaktilochan