Loading election data...

मुंगेर को नीतीश-तेजस्वी मंत्रीमंडल में नहीं मिली जगह, जनता उदास

मुंगेर प्रमंडल में मुंगेर, लखीसराय, शेखुपरा, जमुई, खगड़िया एवं बेगूसराय जिला शामिल है. सभी छह जिला में 21 विधायक चुने जाते है. लेकिन इस बार के नीतीश-तेजस्वी मंत्रीमंडल में मुंगेर प्रमंडल को उपेक्षित रखा गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 16, 2022 9:50 PM

मुंगेर: कभी नीतीश कैबिनेट में चार-चार मंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने वाले प्रमंडलीय मुख्यालय मुंगेर इस बार अलग-थलग पड़ गया है. महागठबंधन की नीतीश-तेजस्वी वाले इस सरकार में मुंगेर को मंत्रिमंडल से अलग रखा गया है. जमुई जिला के चकाई विधानसभा के निर्दलीय विधायक सुमित सिंह को छोड़ दे तो मुंगेर प्रमंडल इस बार मंत्रिमंडल से दूर है.

मुंगेर प्रमंडल में कुल 6 जिला

मुंगेर प्रमंडल में मुंगेर, लखीसराय, शेखुपरा, जमुई, खगड़िया एवं बेगूसराय जिला शामिल है. सभी छह जिला में 21 विधायक चुने जाते है. लेकिन इस बार के नीतीश-तेजस्वी मंत्रीमंडल में मुंगेर प्रमंडल को उपेक्षित रखा गया है. जबकि आधे से अधिक विधायक राजद, जदयू व कांग्रेस के ही हैं. चकाई के निर्दलीय विधायक की बात छोड़ दे तो 21 विधायक व कई एमएलसी देने वाले इस प्रमंडल को महागठबंधन सरकार में स्थान नहीं मिला.

सम्राट चौधरी कर रहे थे मुंगेर का प्रतिनिधित्व

प्रमंडलीय मुख्यालय मुंगेर की बात करें तो यहां से लालू प्रसाद का केबिनेट हो अथवा नीतीश कुमार का केबिनेट हर बार यहां के एक अथवा दो प्रतिनिधि मंत्रीमंडल के जिम्मेदार विभागों के मंत्री हुआ करते थे. हाल तक एमएलसी सम्राट चौधरी एनडीए के मंत्रीमंडल में मुंगेर का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. लेकिन इस बार मुंगेर को उपेक्षित छोड़ दिया गया है.

नीतीश-तेजस्वी की सरकार अवसरवादी सरकार- प्रणव

वहीं, इस मामले को लेकर मुंगेर के भाजपा विधायक प्रणव कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार एवं तेजस्वी यादव की वर्तमान गठबंधन की सरकार एक अवसरवादी सरकार है. यह सरकार स्वार्थवाद के सिद्धांत पर गठित है. जिससे बिहार की विकास की बात करना बेमानी है. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में क्षेत्रीय असंतुलन है. कई जिला मंत्री पद से खाली रह गये हैं. मुंगेर, भागलपुर, बेगूसराय, लखीसराय, शेखपुरा, खगड़िया जिले से एक भी मंत्री नहीं होना क्षेत्रीय विषमता का परिचायक है. उपरोक्त क्षेत्र की जनता अपने आप को ठगा महसूस कर रही है. इस क्षेत्र की जनता के साथ धोखा हुआ है. यह अवसरवादी सरकार अपने स्वार्थ के लिए बनी है. बिहार के विकास से से कोई लेना-देना नहीं है.

Next Article

Exit mobile version