मुंगेर. सरकार किसानों की आमदनी बढ़ाने की बात तो कर रही है. परंतु किसानों को समुचित सिंचाई की सुविधा उपलब्ध नहीं करा पा रही है. जिससे संग्रामपुर प्रखंड के दर्जनों गांव के किसान धान की रोपनी नहीं कर पा रहे हैं. जिससे किसान धान की रोपनी कर पा रहे हैं.
बता दें कि जिले के संग्रामपुर प्रखंड क्षेत्र के संग्रामपुर, झिकुली, जाला, कुंआगढ़ी, सुपौल जमुआ, कारीकोल, गोनैय, मालचक, सरौना गांव के किसान बेलहरनी नदी एवं बेलहरना बदुआ लिंक कैनाल से अपने खेतों की सिंचाई करते थे. बदुआ डैम का पानी बेलहरनी नदी में आता था. जो फिर चेक डैम के माध्यम से बेलहरना बदुआ लिंक कैनाल में आता था. जिससे करीब 20 किलोमीटर क्षेत्र में किसानों के खेतों तक पानी पहुंचता था. वर्षों पूर्व इस लिंक कैनाल में आने वाले पानी के रास्ते को पक्की दीवार देकर बंद कर दिया गया है.
बेलहरना बदुआ लिंक कैनाल में पानी आना ही बंद हो गया है. करीब चार वर्ष पूर्व तारापुर के तत्कालीन विधायक स्व मेवालाल चौधरी द्वारा इस दीवार को हटवाने को लेकर प्रयास शुरू किया गया था. लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के कारण वह प्रयास सफल नहीं हो पाया. करीब एक सप्ताह पूर्व वर्तमान विधायक राजीव कुमार सिंह भी इस जगह का निरीक्षण कर चुके हैं. इस बाबत सिंचाई विभाग के अधिकारी भी बताते हैं कि जब तक जल संसाधन विभाग के अधिकारी एवं मंत्री पूरी ईच्छा शक्ति के साथ प्रयास नहीं करेंगे तब तक इस दीवार को हटाना संभव नहीं है. लाचारी में प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गांवों के किसान कैनाल रहते पानी के अभाव में सूखा झेलने को विवश हैं