Munger Ganga Bridge : एनएच 80 का होगा एनएच 31 से मिलन, नीतीश कुमार और गडकरी करेंगे कृष्ण सेतु का उद्घाटन
इसका शिलान्यास तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 2003 में किया था.
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को मुंगेर सड़क सह रेल पुल का उद्घाटन करेंगे, जबकि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग से कार्यक्रम में जुड़कर आम लोगों को समर्पित करेंगे. इसकी जानकारी गुरुवार को पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने एक कार्यक्रम के दौरान दी. उन्होंने कहा कि इस पुल के निर्माण का निर्णय उस समय लिया गया, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रेल मंत्री थे. इसका शिलान्यास तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 2003 में किया था.
रेल वाला हिस्सा पहले से है चालू
इसके रेल वाले हिस्से (पुल) को पहले ही चालू कर दिया गया था, लेकिन सड़क वाले हिस्से (पुल) पर आवागमन एप्रोच रोड नहीं बनने के कारण नहीं शुरू हो पाया था. लेकिन, अब इसका निर्माण पूरा हो गया है. यह पुल मुंगेर और बेगूसराय जिलों को जोड़ेगा. यह एनएच-31 से मिलेगा. वर्तमान में राजेंद्र सेतु को भारी वाहनों के लिए बंद किया गया है, जिससे गाड़ियों को मुंगेर से बेगूसराय जाने के लिए भागलपुर से नवगछिया होते हुए जाना पड़ रहा था. इस पुल से आवागमन चालू होने से विक्रमशिला सेतु पर दबाव कम होगा. इसके अलावा बेगूसराय से देवघर तक की सीधी संपर्कता भी स्थापित हो जायेगी.
एनएच 333 बी बना सेतु
आज का दिन मुंगेर वासियों के लिए ऐतिहासिक दिन है. जो मुंगेर के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा. क्योंकि आज एनएच-80 का एनएच 31 से मिलन होगा. इसके लिए सेतु बना है एनएच-333 बी. गंगा पर निर्मित रेल सह सड़क सेतु की कुल लंबाई 3.75 किलोमीटर है. जबकि इससे जुड़ने वाले एप्रोच पथ अर्थात एनएच 333बी की लंबाई 14.517 किलोमीटर है.
मुंगेर की ओर एप्रोच पथ की लंबाई 9.394 किलोमीटर तथा खगड़िया की ओर एप्रोच पथ की लंबाई 5.198 किलोमीटर है. इस प्रकार यदि हम एप्रोच पथ एवं रेल सह सड़क पुल की कुल लंबाई जोड़ दें तो एनएच 333बी कुल लंबाई 18.267 किलोमीटर होगी. जबकि यह एनएच 333बी खगड़िया एवं बेगूसराय के बीच एनएच 31 को तथा मुंगेर के तेलिया तालाब के पास एनएच 80 को आपस में जोड़ेगा.
खुलेंगे विकास के द्वार
गंगा सड़क पुल के निर्माण से मुंगेर का आर्थिक, औद्योगिक एवं सामाजिक विकास होगा. एक ओर जहां मुंगेर में व्यवसाय के नये द्वार खुलेंगे, वहीं नये उद्योग धंधे भी प्रारंभ होंगे. मुंगेर से सहरसा-सुपौल, दरभंगा-मधुबनी, समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर की दूरी लगभग 100-150 किलोमीटर कम हो जायेगी. इस पुल के बनने से खगड़िया और बेगूसराय के लोगों में भी उत्साह है. आजादी के सात दशक के बाद गंगा पर रेल के साथ सड़क पुल का उनका सपना साकार होने जा रहा है.