Bihar Road Project: मुंगेर में बरियारपुर एनएच-333 सड़क का शीघ्र ही चौड़ीकरण कर टू लेन में परिवर्तित किया जायेगा. भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने मुंगेर के बरियारपुर से जमुई जिले के झारखंड सीमा वामदह तक भूमि अधिग्रहण और 115 किलोमीटर सड़क के दो लेन करने की कार्रवाई शुरू कर दी है. मंत्रालय ने 16 फरवरी 2023 को इसके लिए व्यवहार्यता अध्ययन और डीपीआर तैयार करने के लिए टेंडर प्रकाशित की है.
भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 16 फरवरी को निविदा निकाली है, जिसमें एनएच-333 के किमी 0 से 115 (बरियारपुर से वामदह) तक पेव्ड शोल्डर के साथ टू लेन को चौड़ा करने और मजबूत करने के लिए व्यवहार्यता अध्ययन और डीपीआर तैयार करना है. इसके तहत एक एजेंसी का चयन किया जायेगा, जो यह तय करेगा कि इस मार्ग में कहां-कहां जमीन का अधिग्रहण होना है. कहां-कहां डायवर्सन होना है. कितनी जमीन की आवश्यकता है.
इस सर्वे के बाद संबंधित एजेंसी इस 115 किलोमीटर सड़क निर्माण, भूमि अधिग्रहण और किस वन क्षेत्र अथवा जिला प्रशासन से किस-किस जमीन के लिए एनओसी की जरूरत है, इसकी रिपोर्ट तैयार की जायेगी, जिसे मंत्रालय को सौंपा जायेगा. इसके बाद निर्माण कार्य के लिए एजेंसी तय करने का निविदा प्रकाशित की जायेगी.
बताया जाता है कि वर्ष 2009 में पथ निर्माण विभाग ने इस सड़क का निर्माण कराया था. जिसके बाद इस सड़क का नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ने अधिग्रहण कर लिया. इस सड़क को एनएच-333 का दर्जा दिया गया. जो एनएच-80 के बरियारपुर में एनएच-333 से जोड़ दिया गया. एनएच-333 बरियारपुर से जमुई होते हुए झारखंड के देवघर तक गया है. इस हाइवे का एनएच ने कुछ वर्ष पूर्व निर्माण कराया था. लेकिन जो निर्माण हुआ वह एनएच मानक के अनुरूप नहीं है. इसके कारण सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इसे मजबूत और टू लेन बनाने के लिए व्यवहार्यता अध्ययन और डीपीआर तैयार करने के लिए परामर्श सेवाएं को लेकर निविदा निकाली है.
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एनएच-333 बरियारपुर से जमुई के वामदह तक 115 किलोमीटर का हाइवे है. वाहनों के बढ़ते भार और जाम इस हाइवे की नीयति में शामिल हो गयी है. दरअसल गंगटा जंगल में एनएच की चौड़ाई बहुत ही कम है. 4-5 किलोमीटर तक सड़क महज 10 फीट चौड़ी है. यहां अगर किसी वाहन में खराबी आती है तो घंटों जाम लग जाता है. पिछले तीन-चार माह में दर्जनों बार बालू ट्रक के पलटने अथवा खराब होने से घंटों जाम लगा है. गंगटा जंगल में एनएच की चौड़ाई बढ़ने से जाम की स्थिति से मुक्ति मिल जायेगी और यात्रियों का सफर भी आसान हो जायेगा.
Posted By: Thakur Shaktilochan