मुंगेर प्रतिमा विसर्जन गोलीकांड की जांच के लिए पहुंची 5 सदस्यीय फोरेंसिक टीम, क्या सामने आएगा सच

मुंगेर दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए गोलीकांड में युवक अनुराग पोद्दार की गोली लगने से मौत के मामले में पटना हाइकोर्ट के निर्देश पर जांच ने एक बार पुन: रफ्तार पकड़ ली है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 12, 2021 9:12 PM

मुंगेर दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए गोलीकांड में युवक अनुराग पोद्दार की गोली लगने से मौत के मामले में पटना हाइकोर्ट के निर्देश पर जांच ने एक बार पुन: रफ्तार पकड़ ली है. एक ओर जहां सीआइडी की टीम इस मामले की जांच कर रही है, वहीं दूसरी ओर विधि विज्ञान प्रयोगशाला पटना के पांच सदस्यीय विशेषज्ञों की टीम सोमवार को मुंगेर पहुंची और घटनास्थल पंडित दीनदयाल चौक पर अपने स्तर से निरीक्षण किया और वहां से जांच के लिए आवश्यक चीजें एकत्रित कर अपने साथ ले गयी. जबकि घटना के दिन वहां मौजूद रहने वाले कुछ लोगों से भी पूछताछ की गयी. मौके पर सीआइडी के डीएसपी प्रमोद कुमार राय मौजूद थे.

बताया जाता है कि विधि विज्ञान प्रयोगशाला के सहायक निदेशक दिलीप कुमार के नेतृत्व में पांच सदस्यीय विशेषज्ञों की टीम मुंगेर पहुंची, जिसमें विस्फोटक शाखा प्रधान शाहनवाज, वॉयोलॉजिकल शाखा प्रधान जीतेंद्र कुमार, अाग्नेयास्त्र शाखा के प्रधान नयन ओझा व मुस्ताक अहमद शामिल थे. टीम के सदस्य पंडित दीनदयाल चौक पहुंची और गोली लगने के बाद जहां पर अनुराग गिरा था. उस स्थल का जायजा लिया.

टीम के सदस्यों ने घटनास्थल की चारों तरफ लंबाई-चौड़ाई फीता से नाप कर रिकाॅर्ड में दर्ज किया. घटनास्थल पर मौजूद जख्मी को जहां पर जिस एंगल में गोली लगी थी, उस एंगल में जख्मी युवक को खड़ा करने के बाद फॉरेंसिक की टीम ने फोटोग्राफी की. इसके बाद फीता से नापकर उसकी लंबाई नापी. इसके बाद प्रत्येक जख्मी का अलग-अलग दीनदयाल चौक तक की दूरी को मापा. इस दौरान एक जख्मी युवक ने बताया कि गोली का कुछ अंश सामने वाली साड़ी की दुकान के बोर्ड पर भी लगा था.

इसके बाद फॉरेंसिक की टीम ने बोर्ड से कागज को हटाकर जांच की. गोलीबारी की घटना का प्रथम घटनास्थल मामा मनिहारी दुकान के समीप भी जाकर फॉरेंसिक की टीम ने जांच की. जख्मी युवक ने सीआइडी एवं फॉरेंसिक की टीम को यह भी बताया कि गांधी चौक की तरफ से पुलिस गोली चलाते हुए दीनदयाल चौक की तरफ बढ़ रही थी, जहां पर अनुराग की मौत गोली लगने से हुआ था.

अनुराग के हत्या स्थल से 20 से 25 फुट की दूरी पर दीनदयाल चौक के पूरब और पश्चिम दिशा में पुलिस के गोली लगने से कई लोग जख्मी हो गये थे. फोरेंसिक की टीम साक्ष्य के तौर पर कुछ मिट्टी व अन्य सामग्री जांच के लिए ले गयी. इतना ही नहीं, फोरेंसिक की टीम ने उसकी बहन आकृति से भी पूछताछ की.

लगभग पांच माह बाद साक्ष्य जुटाने पहुंची फोरेंसिक टीम

फोरेंसिक टीम लंबे समय बाद घटना की जांच करने घटनास्थल पर पहुंची थी. बताया जाता है कि 26 अक्तूबर, 2020 की रात दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए गोलीकांड में अनुराग की मौत हुई थी, जिसका लगभग पांच माह बीत चुका है. वैसे में सवाल उठता है कि इस पांच माह बाद घटनास्थल पर कौन सा सबूत मिलेगा जो जांच में मदद पहुंचा सकता है, क्योंकि फोरेंसिक टीम फीता से माफी व फोटोग्राफी करने के बाद मिट्टी एवं कुछ अन्य सामग्री भी इकट्ठा कर अपने साथ ले गयी है.

Posted By; Utpal Kant

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