Munger news : जमालपुर से मुंगेर तक रेल लाइन का दोहरीकरण किया जाएगा. इसका डीपीआर तैयार कर लिया गया है. 1890 करोड़ रुपये की लागत से जमालपुर से मुंगेर तक दोहरीकरण का कार्य होगा. इतना ही नहीं रतनपुर से मुंगेर को जानेवाले वाई लेग पर भी दूसरी रेल पटरी बिछायी जाएगी. इस कार्य के संपन्न होने से जहां जमालपुर व मुंगेर तथा मुंगेर व भागलपुर के बीच रेल यातायात में सुविधा होगी, वहीं गुड्स ट्रेनों का अपेक्षाकृत अधिक परिचालन होने से रेलवे को अतिरिक्त राजस्व की प्राप्ति होगी.
दिल्ली की एजेंसी ने किया था सर्वे कार्य
पूर्व रेलवे जमालपुर के तत्कालीन डिप्टी चीफ इंजीनियर कंस्ट्रक्शन रंजीत कुमार के कार्यकाल के दौरान जमालपुर से मुंगेर के लिए डबल लाइन बिछाने के कार्य को लेकर रेलवे बोर्ड द्वारा फाइनल लोकेशन सर्वे का आदेश जारी किया गया था. इसके अनुसार एआइपीएल एजेंसी जो नई दिल्ली ओखला फेज 3 की एजेंसी है, उसे यह कार्य पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी. यह कार्य केवल रेलवे कैंपस तक नहीं होना था, बल्कि आसपास के सिविलियन एरिया भी इसकी जद में आने वाले थे. इसको लेकर काफी सतर्कता बरती गयी थी. इतने दिनों के अंतराल में इस सर्वे कार्य को पूरा करने के बाद डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गयी है. इसके तहत 1890 करोड़ रुपए की लागत से डबल लाइन के कार्य को अंजाम दिया जाएगा.
02 मार्च 2022 से सर्वे कार्य किया गया था आरंभ
जानकारी के अनुसार पूर्व रेलवे जमालपुर के डिप्टी चीफ इंजीनियर कंस्ट्रक्शन का कार्यालय उस वक्त जमालपुर में ही था. फिलहाल इस कार्यालय को भागलपुर में शिफ्ट कर दिया गया है. जमालपुर मुंगेर दोहरीकरण कार्य के लिए सर्वे का कार्य 2 मार्च 2022 से आरंभ किया गया था. इसके तहत ड्रोन और फोटोग्रामेटरी टेक्नोलॉजी का उपयोग कर एरियल सर्वे किया गया था. इसको लेकर तत्कालीन डिप्टी चीफ इंजीनियर कंस्ट्रक्शन ने मुंगेर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के अतिरिक्त पूर्व रेलवे मालदा डिवीजन के डिप्टी सिक्योरिटी कमांडेंट से भी अनुमति मांगी थी.
मुंगेर रेल पुल के दोहरीकरण की भी जगी आस
बताया गया कि मुंगेर गंगा नदी पर बने रेल पुल से सिंगल रेल लाइन गुजरती है. जमालपुर मुंगेर के बीच दोहरीकरण कार्य के लिए डीपीआर तैयार हो जाने से अब मुंगेर रेल पुल के दोहरीकरण की भी आस जग गयी है. अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री रहते मुंगेर में रेलवे पुल को हरी झंडी मिली थी, परंतु पुल पर इकहरी रेल लाइन की स्वीकृति को देखते हुए मुंगेर के तत्कालीन सांसद ब्रह्मानंद मंडल द्वारा मुंगेर रेल पुल को डबल लाइन वाली रेल पुल बनाने की मांग की गयी थी. इसको लेकर उन्होंने संसद के सत्र में जोरदार रूप से अपनी आवाज उठायी थी, पर तत्कालीन रेल मंत्री की उदासीनता और क्षेत्रवाद की मानसिकता ने मुंगेर के सांसद ब्रह्मानंद मंडल की आवाज को कुचल कर रख दिया था. जमालपुर से मुंगेर के बीच दोहरीकरण कार्य का डीपीआर तैयार हो जाने के बाद अब जल्द ही काम भी आरंभ होगा. ऐसे में एक बार फिर लोगों के मन में मुंगेर गंगा पुल के दोहरीकरण की आस भी जग गयी है.
जमालपुर मुंगेर दोहरीकरण से होगी सहूलियत
जानकार बताते हैं कि जमालपुर मुंगेर रेल खंड के दोहरीकरण हो जाने से जहां इस रेल खंड पर ट्रेनों की आवाजाही बढ़ेगी और यात्रियों को विभिन्न प्रकार की सहूलियत मिलेगी, वहीं जमालपुर के वाई लेग के दोहरीकरण कार्य संपन्न होने से भागलपुर से मुंगेर होते हुए समीप के खगड़िया और बेगूसराय जानेवाली ट्रेनों की संख्या में भी इजाफा होगा. इतना ही नहीं इस रेल खंड से गुड्स ट्रेनों के परिचालन में भी अपेक्षाकृत अधिक वृद्धि होगी. इससे रेलवे को अतिरिक्त राजस्व की प्राप्ति होगी. पूर्व रेलवे मालदा डिवीजन के डिप्टी चीफ इंजीनियर (कंस्ट्रक्शन) हेमंत कुमार ने बताया कि जमालपुर से मुंगेर और जमालपुर के वाई लेग के दोहरीकरण का कार्य 1890 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा. जमालपुर से मुंगेर की ओर जाने में वर्तमान रेल पटरी की बायीं ओर नयी रेल पटरी बिछायीजाएगी.