टीइटी में धराया मुन्नाभाई
आयोजन. 4926 परीक्षार्थी हुए शामिल, 1682 अनुपस्थित भाई के बदले दे रहा था परीक्षा मुंगेर : जिले भर के कुल 10 केंद्रों पर रविवार को बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीइटी) का आयोजन किया गया़ अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर जहां 4926 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए़ वहीं विभिन्न केंद्रों पर 1682 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. इतना ही […]
आयोजन. 4926 परीक्षार्थी हुए शामिल, 1682 अनुपस्थित
भाई के बदले दे रहा था परीक्षा
मुंगेर : जिले भर के कुल 10 केंद्रों पर रविवार को बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीइटी) का आयोजन किया गया़ अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर जहां 4926 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए़ वहीं विभिन्न केंद्रों पर 1682 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. इतना ही नहीं एक मुन्ना भाई को भी परीक्षा के दौरान गिरफ्तार किया गया़ परीक्षा को ले केंद्रों पर भीड़ देखी गयी. वहीं परीक्षा के कदाचार मुक्त संचालन के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित कई प्रशासनिक अधिकारी केंद्र पर मुस्तैद दिखे़
10 केंद्रों पर हुई परीक्षा: मुंगेर व जमालपुर शहर में बनाये गये कुल 10 केंद्रों पर कुल 6609 परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था की गयी थी़ इसमें कुल 4926 परीक्षार्थी उपस्थित हुए, जबकि अलग-अलग केंद्रों पर 1672 परीक्षार्थी अनुपस्थित पाये गये़ इतना ही नहीं बैद्यनाथ बालिका उच्च विद्यालय केंद्र पर अपने भाई के बदले परीक्षा देने के दौरान एक मुन्नाभाई को गिरफ्तार कर लिया गया़ बताया गया कि तारापुर थाना क्षेत्र के मस्कीपुर गांव निवासी विकास पासवान अपने भाई राजीव रंजन कुमार के बदले परीक्षा दे रहा था़ ड्यूटी पर तैनात वीक्षक ने एडमिट कार्ड मिलान के दौरान उसे फर्जी पाया़ इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया़
दो पालियों में ली गयी परीक्षा: टीइटी परीक्षा का आयोजन दो पालियों में किया गया. पहली पाली में परीक्षार्थी से शिक्षक अभिरुचि, गणित तथा सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे गये, जबकि दूसरी पाली में बीएड विषय सहित ऐच्छिक विषय के प्रश्न पूछे गये. परीक्षा आरंभ होने से पूर्व एक-एक परीक्षार्थी की गहन तलाशी ली गयी़ परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पूर्व ही आपत्तिजनक सामग्रियों को बाहर रखवा दिया गया़ इतना ही नहीं परीक्षा हॉल के भीतर वीक्षकों को भी अपने पास मोबाइल फोन रखने पर प्रतिबंध था़
इंतजार में थे परिजन व बच्चे
रविवार को जहां परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों की भारी भीड़ थी, वहीं दूसरी तरफ महिला परीक्षार्थी के साथ उनके परिजन की भी भीड़ देखी गयी़ महिला परीक्षार्थी के साथ उसके पति, माता-पिता या बच्चे भी आये थे. परीक्षा के दौरान केंद्र के बाहर उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ा़ इस दौरान महिला परीक्षार्थी के साथ आये बच्चे को उनके पति संभाल रहे थे़ एक परीक्षार्थी के पति रमेश कुमार का कहना था कि अगर घर की महिला सदस्य शिक्षिका हो जाय, तो घर के सारे सदस्य शिक्षित हो जाते हैं.