मुंगेर. व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित एडीआर भवन में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. जिसमें 2023 वादों की सुनवाई हुई. जबकि इसमें से 1039 वादों का निष्पादन हुआ. साथ ही तीन करोड़ 79 लाख 30 हजार 474 रुपये का समझौता हुआ. कार्यक्रम का उद्घाटन जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार आलोक गुप्ता, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय अरविंद कुमार शर्मा, जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम अविनाश कुमार, द्वितीय जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव दिनेश कुमार, पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद, विधिक संघ के अध्यक्ष शशि शेखर सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर जिला जज ने बताया कि लोक अदालत में मामले का सेटलमेंट जल्द ही हो जाता है. जिस कारण कोर्ट फीस की वापसी हो जाती है. उन्होंने राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता के लिए एडमिनिस्ट्रेशन एवं विधिक संघ को शुक्रिया अदा किया. वहीं प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि दो पक्षों की आपसी सहमति से मामलों का निष्पादन होने से समय की बर्बादी, पैसों की बर्बादी नहीं होती है. जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम ने कहा कि पदाधिकारी संवेदनशील एवं सक्रिय रहे, क्योंकि बरसात के कारण दूरदराज से आए लोगों को लोक अदालत आने में समय लग सकता है. एसपी ने बताया की लोक अदालत की सफलता के लिए को कोर्ट की ओर से मिली 8423 एंव बैंक के 9865 नोटिस का तामिला कराया गया. मौके पर जिला एंव सत्र न्यायाधीश द्वितीय प्रवाल दत्ता, मुख्य न्यायाधिक दंडाधिकारी लाल बिहारी पासवान, प्रधान न्यायिक दंडाधिकारी भोला सिंह न्यायिक दंडाधिकारी कविता अग्रहरी, ब्रज किशोर चौधरी, वर्तिका, रत्नेश कुमार द्विवेदी, निष्ठा, अनन्या, शक्तिमान भारती पीएलवी निरंजन कुमार, मनोज कुमार, मनीष कुमार आदि लोग मौजूद थे.
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