डेढ़ दर्जन से अधिक मरीज भरती

संक्रमण. जिले में बढ़ा डायरिया का प्रकोप, सदर अस्पताल में बढ़ी भीड़ मुंगेर : जिले भर में डायरिया का प्रकोप काफी बढ़ गया है़ जिसमें सबसे अधिक ग्रामीण क्षेत्रों के लोग प्रभावित हो रहे हैं. पिछले दो दिनों में जहां तीन दर्जन से भी अधिक डायरिया से पीड़ित मरीजों को भरती कराया जा चुका है़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 17, 2017 5:27 AM

संक्रमण. जिले में बढ़ा डायरिया का प्रकोप, सदर अस्पताल में बढ़ी भीड़

मुंगेर : जिले भर में डायरिया का प्रकोप काफी बढ़ गया है़ जिसमें सबसे अधिक ग्रामीण क्षेत्रों के लोग प्रभावित हो रहे हैं. पिछले दो दिनों में जहां तीन दर्जन से भी अधिक डायरिया से पीड़ित मरीजों को भरती कराया जा चुका है़ वहीं बुधवार को भी सदर अस्पताल में डेढ़ दर्जन से अधिक डायरिया के मरीज भरती पाये गये़ डायरिया के बढ़ते प्रकोप से न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र के लोग, बल्कि शहरी क्षेत्र के लोग भी काफी दहशत में हैं. अधिकांश मरीजों को डायरिया होने का कारण दूषित जल का सेवन बताया जा रहा है़
ग्रामीण क्षेत्र के लोग अधिक प्रभावित: पिछले दो दिनों में जितने भी डायरिया पीड़ित मरीज सदर अस्पताल में भरती हुए हैं, उनमें से अधिकांश मरीज ग्रामीण क्षेत्र के हैं. बुधवार को दोपहर में सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में बरदह निवासी कुरैशा बेगम व मो. रोशन, चुरंबा निवासी मो जलाल व आफरीन, फरदा निवासी विमला देवी, सूर्यगढ़ा निवासी रुक्मिणी देवी, श्यामपुर निवासी नकुल यादव, जानकीनगर निवासी
दिलीप सिंह, बनौधा निवासी वसी अहमद, लल्लूपोखर निवासी लक्ष्मी देवी, छोटी मिर्जापुर निवासी लक्ष्मी देवी, हजरतगंज निवासी शाहिन खातून व सपना कुमारी, गुलजार पोखर निवासी मो. शालिन सहित डेढ़ दर्जन से अधिक मरीज भरती पाये गये़ इनमें से कई लोगों ने तो खान-पान में असावधानी से डायरिया होने की बात कही, वहीं अधिकांश लोगों को दूषित पानी पीने से डायरिया होने की बात बतायी गयी़
कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक: अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि डायरिया को लेकर हर तरह की दवाई व स्लाइन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है़
डायरिया के बढ़ते प्रकोप से रहें सावधान
डायरिया के बढ़ते प्रकोप को लेकर न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र के लोग दहशत में हैं, बल्कि शहरी क्षेत्र के लोग भी खासे परेशान हैं. खान-पान में सावधानी नहीं बरतने तथा दूषित जल के सेवन से लोग लगातार डायरिया के शिकार हो रहे हैं. वैसे भी बारिश के दिनों में चापकल व कुंए का पानी दूषित हो जाता है़ ऐसे में पानी को पीने में उपयोग करने से से पहले उसे अच्छी तरह उबाल लेना बेहद जरूरी है़ वहीं बासी भोजन व फास्टफूड के सेवन से लोगों परहेज करने की जरूरत है़

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