बरियारपुर : अहरा पाटम में देवी जागरण कार्यक्रम देखने आये उब्भी वनवर्षा के दो युवकों के साथ की गयी मारपीट का मामला तूल पकड़ लिया. शनिवार को उब्भी वनवर्षा गांव के सैकड़ों की संख्या में आदिवासियों ने तीर-धनुष के साथ फुलहट पाटम गांव को घेर लिया और अनिल यादव की खोज करने लगे.
मौके पर पहुंची पुलिस एवं समाजसेवियों ने आदिवासी महिला-पुरुषों को समझा-बुझा कर मामला शांत कराया.
बताया जाता है कि उब्भी वनवर्षा गांव के सुबोध हांसदा का पुत्र पिंकु कुमार व सल्कुम किस्कु का पुत्र रवि कुमार बिहुला-बिषहरी पूजा समिति द्वारा अहरा पाटम में आयोजित देवी जागरण देखने के लिए शुक्रवार की रात आया था. इसी दौरान कुछ लोगों से उसका विवाद हो गया. फुलहट पाटम निवासी अनिल यादव गिरोह के सदस्यों ने दोनों युवकों को पकड़ लिया और मारपीट किया. रवि व पिंकु ने बताया कि
अपराधियों ने हम दोनों को जागरण स्थल से अपहरण कर बहियार की ओर ले गये. जहां वे लोग फोन पर बात कर रहे थे कि दोनों को जान से मारकर फेंक दो. इसी दौरान कुछ ग्रामीणों की नजर हमलोगों पर पड़ी और उन्हीं के हस्तक्षेप करने के बाद हमलोग अपराधियों के चंगुल से छूट कर भाग गये.
सुबह में जब उब्भी वनवर्षा के ग्रामीणों को जब मामला पता चला तो वे लोग उग्र हो गये और महिला-पुरुष का हुजूम तीर-धनुष लेकर फुलहर पाटम गांव को घेर लिया. आक्रोशित आदिवासी अनिल यादव की खोज कर रहे थे. सूचना मिलते ही नयारामनगर थानाध्यक्ष विंदेश्वरी यादव, बरियारपुर थाना के एसआइ सुनील कुमार, ऋषिकुंड विकास मंच के संयोजक मनोज कुमार सिंह, रतनपुर मुखिया मुन्ना दास फुलहट पाटम पहुंचे और आदिवासियों को समझा-बुझा कर शांत किया. नयारामनगर थाना पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.