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महिला डाकघर के गबन का मामला पहुंचा 77 लाख

मुंगेर : महिला डाकघर में गबन की राशि सुरसा की मुंह की तरह बढ़ा रही है. अब तक के जांच में 77 लाख रुपये तक गबन की राशि पहुंच चुकी है. जबकि महिला डाकघर के इंचार्ज सहित तीन कर्मचारी को जांच में संलिप्त पाये जाने के कारण विभाग द्वारा निलंबित किया जा चुका है. अब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 23, 2017 3:46 AM

मुंगेर : महिला डाकघर में गबन की राशि सुरसा की मुंह की तरह बढ़ा रही है. अब तक के जांच में 77 लाख रुपये तक गबन की राशि पहुंच चुकी है. जबकि महिला डाकघर के इंचार्ज सहित तीन कर्मचारी को जांच में संलिप्त पाये जाने के कारण विभाग द्वारा निलंबित किया जा चुका है. अब तक के जांच में चार कंप्यूटर विभाग के तीन डाटा ऑपरेटर एवं कुछ डाककर्मियों की भी संलिप्तता सामने आयी है. जिसका निलंबन तय माना जा रहा है.

77 लाख तक पहुंची गबन की राशि : महिला डाकघर में जब गबन का मामला सामने आया तो आनन-फानन में पांच सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया. जांच टीम के सदस्यों द्वारा 25 दिनों से प्रधान डाकघर में लगातार जांच को अंजाम दे रहे हैं. जांच के प्रारंभिक तीन दिनों में 5 लाख रुपये के गबन का मामला सामने आया.
जिसके बाद यह तय हो गया कि गबन की राशि में बढ़ोत्तरी होगी. डाक विभाग के सूत्रों की माने तो अब तक के जांच में 77 लाख रुपये तक गबन की राशि पहुंच गयी है. पांच-छह दिन और जांच चलने की संभावना है. जिसके बाद जांच रिपोर्ट मुंगेर डिवीजन द्वारा हेड क्वार्टर को भेजा जायेगा. कहा जा रहा है कि जब उच्च स्तरीय टीम द्वारा जांच की जायेगी तो गबन की राशि करोड़ों में पहुंच सकती है.
आधे दर्जन डाककर्मी पर गिरेगी गाज : प्रथम चरण के जांच में दोषी पाये गये महिला डाकघर के इंजार्च तहत सुलताना को निलंबित किया गया था. जब जांच बढ़ी तो उपडाकपाल रविशंकर चौधरी एवं एक अन्य कर्मी एके हेम्ब्रम की संलिप्तता सामने आयी. जिसके बाद उन दोनों को भी निलंबित कर दिया गया. जब जांच अंतिम पड़ाव में चल रहा है. सूचना है कि इस गबन में कंप्यूटर ऑपरेटरों की बड़ी भूमिका है. उनकी मिलीभगत से उपभोक्ताओं एवं सरकार के लाखों रुपये राजस्व का गबन किया गया.
तीन डाटा ऑपरेटर की भूमिका अब तक संदिग्ध पायी गयी है. जबकि चार से पांच डाककर्मियों की भी संलिप्तता की बात कही जा रही है. ऐसे आधे दर्जन डाक कर्मियों पर विभाग द्वारा निलंबन की गाज कभी भी गिर सकती है. सूत्रों की माने तो जांच टीम की रिपोर्ट को उच्च स्तरीय जांच के लिए भेजने की तैयारी की जा रही है. जिसमें डाकविभाग के कई वरीय अधिकारी भी जांच के घेरे में आ सकते हैं.
क्या था मामला : मुंगेर शहर के नारायण दत्त रोड घोषीटोला में पिछले कई माह से उपभोक्ताओं के खाते से गलत तरीके से राशि की निकासी की जा रही थी. जबकि उपभोक्ता के राशि को डाकघर में जमा नहीं कर सरकारी राजस्व का भी गबन किया गया. यह खुलासा तब हुआ जब प्रधान डाकघर के सेविंग बैंक कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन ने छोटे-छोटे वाउचर मिलान में पाया कि बड़े पैमाने पर महिला डाक घर में राशि का घालमेल हुआ है. यह भी मामला सामने आया कि एटीएम से भी तीन खाते से राशि की निकासी कर ली गयी है.
कहते हैं डाक अधीक्षक
मुंगेर डिवीजन के डाक अधीक्षक जेपी सिंह ने कहा कि जांच अभी चल ही रही है. इसलिए कुछ भी बताना मुनासिब नहीं होगा. क्योंकि इससे जांच प्रभावित होने की संभावना है. जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

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