कैदी वैन में बंद कर पुलिसकर्मियों ने सीओ व चालक को पीटा
मुंगेर : शहर के अंबे चौक पर नो इंट्री में वाहन प्रवेश के मामले को लेकर बुधवार को पुलिसकर्मियों ने बरियारपुर के अंचलाधिकारी मुकुल कुमार झा व उनके चालक हीरालाल की जमकर पिटाई कर दी. पुलिस कर्मियों ने सीओ व चालक को खींच कर कैदी वैन में बंद कर दिया और जम कर पीटा. घटना […]
मुंगेर : शहर के अंबे चौक पर नो इंट्री में वाहन प्रवेश के मामले को लेकर बुधवार को पुलिसकर्मियों ने बरियारपुर के अंचलाधिकारी मुकुल कुमार झा व उनके चालक हीरालाल की जमकर पिटाई कर दी. पुलिस कर्मियों ने सीओ व चालक को खींच कर कैदी वैन में बंद कर दिया और जम कर पीटा. घटना के विरोध में जब सदर एसडीओ कुंदन कुमार व एएसपी हरिशंकर प्रसाद सीओ की पिटाई करनेवाले पुलिसकर्मियों को खोजते हुए कोर्ट हाजत पहुंचे, तो वहां भी भिड़ंत हो गयी. फलत: स्थिति विस्फोटक हो गयी और पुलिसकर्मी ने समाहरणालय पहुंच कर नारेबाजी शुरू कर दी. डीएम उदय कुमार सिंह व एसपी आशीष भारती के घंटों मशक्कत के बाद मामला शांत हुआ.
बताया जाता है कि बरियारपुर के सीओ मुकुल कुमार झा एक प्राइवेट बोलेरो से मुख्यालय आ रहे थे. वाहन को छोटी दौलतपुर जमालपुर निवासी चालक हीरालाल चला रहा था. अंबे चौक से जैसे ही चालक ने कौड़ा मैदान की दिशा में गाड़ी बढ़ायी, वैसे ही वहां तैनात ट्रैफिक पुलिस का जवान जयप्रकाश जोशी ने वाहन को नो इंट्री का हवाला देते हुए रोक दिया. इसी दौरान चालक और ट्रैफिक पुलिस के बीच कहा-सुनी के बाद झड़प हो गयी. सीओ वाहन से उतरे और ट्रैफिक पुलिस को रोकने का प्रयास किया. फलत: दोनों उलझ गये.
इसी दौरान मुंगेर पुलिस लाइन से कैदी वाहन कैदियों को लाने के लिए जेल जा रहा था. ट्रैफिक पुलिस के साथ हाथापाई को देख कर कैदी वाहन वहां रुका. सीओ व उनके चालक को खींच कर कैदी वाहन में पुलिस ने बंद कर लिया. कैदी वाहन में पुलिसकर्मियों ने दोनों की जमकर पिटाई की. इसमें चालक हीरालाल घायल हो गया. पिटाई के बाद पुलिसकर्मियों ने जिला परिषद भवन के समीप सीओ व उनके चालक को वाहन से उतार दिया. सीओ व चालक सदर एसडीओ के पास पहुंच कर मामले की जानकारी दी.
एसडीओ कुंदन कुमार ने तत्काल घटना की जानकारी एएसपी हरिशंकर प्रसाद को देते हुए कोर्ट हाजत आने को कहा. इधर, एसडीओ पीड़ित अंचलाधिकारी व अन्य कर्मियों के साथ कोर्ट हाजत पहुंचे, जहां सीओ द्वारा पिटाई करनेवाले सिपाही की पहचान की गयी. वहां पुलिसकर्मी करविंदर सिंह के साथ हाथापाई होने लगी. बाद में एएसपी हरिशंकर प्रसाद के हस्तक्षेप से मामले को शांत किया गया. इधर, जब पुलिसकर्मियों को करविंदर सिंह के साथ मारपीट का पता चला, तो वे आक्रोशित हो गये और समाहरणालय के समीप पहुंच कर एसडीओ और सीओ के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
इस घटना को लेकर समाहरणालय से लेकर अंचल कार्यालयों तक कर्मी आक्रोशित रहे और कामकाज नहीं किया. डीएम व एसपी भर दिन दोनों पक्षों में समझौता को लेकर समाहरणालय में जमे रहे और पुलिस मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारियों से बातचीत कर मामला को शांत कराया. इधर, अंचलाधिकारी जहां पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगा रहे, वहीं पुलिसकर्मी भी अंचलाधिकारी एवं सदर एसडीओ पर मारपीट का आरोप लगा रहे हैं. इस मामले में अब तक कोई भी प्रशासनिक कार्रवाई की जानकारी उपलब्ध नहीं हो पा रही है.