मुंगेर : जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा मंगलवार को ली गयी चिकित्सक व पारा मेडिकल कर्मियों की बहाली पर ग्रहण लग सकता है़ बहाली को लेकर जहां चयन समिति में ही गड़बड़ी का मामला उजागर हुआ है़ वहीं चयन समिति के गठन में बरती गयी अनियमितता को लेकर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव सहित अन्य संबंधित पदाधिकारियों को लिखित सूचना दी है़ इधर सिविल सर्जन डॉ श्रीनाथ ने कहा कि जिलाधिकारी द्वारा बनायी गयी चयन समिति के माध्यम से ही अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लिया गया है़
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चिकित्सक व पारा मेडिकल कर्मियों की बहाली पर लग सकता है ग्रहण
मुंगेर : जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा मंगलवार को ली गयी चिकित्सक व पारा मेडिकल कर्मियों की बहाली पर ग्रहण लग सकता है़ बहाली को लेकर जहां चयन समिति में ही गड़बड़ी का मामला उजागर हुआ है़ वहीं चयन समिति के गठन में बरती गयी अनियमितता को लेकर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के […]
चयन समिति गठन में गड़बड़ी: जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा मंगलवार को ली गयी चिकित्सक व पारा मेडिकल कर्मियों की बहाली में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी बरतने के मामले को लेकर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव सहित अन्य संबंधित पदाधिकारियों को लिखित रूप से सूचना भेज दी है़ बताया जाता है कि चयन समिति में किसी महिला चिकित्सक को शामिल किया जाना था़ किंतु उस स्थान पर सिविल सर्जन ने अपनी पत्नी को शामिल कर लिया़
वहीं इस चयन समिति में संविदा कर्मियों को शामिल नहीं किया जाना था़ किंतु चयन समिति में डीपीएम मो नसीम को शामिल किया गया, जो एक संविदा कर्मी हैं. जिसको लेकर अब चयन समिति के कई सदस्यों के चहरे मुरझा गये हैं. सूत्रों की माने तो इस बहाली के नाम पर कई अभ्यर्थियों से पूर्व में ही डील हो चुकी है़ जिसे लेकर अब विभिन्न पदों पर दावा ठोंकने वाले अभ्यर्थियों के भी होश उड़ गये हैं.
पूर्व से होती रही है गड़बड़ी : बताया जाता है कि पूर्व में भी सिविल सर्जन डॉ श्रीनाथ द्वारा स्थापना समिति में जिला के वरीय पदाधिकारी को नामित नहीं कर बरियारपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं जूनियर पदाधिकारी को नामित कर मनमाने तरीके से ट्रांसफर पोस्टिंग किया था़ जिसकी सूचना मिलने पर क्षेत्रीय अपर निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं मुंगेर प्रमंडल द्वारा जीएनएम तथा एएनएम के स्थानांतरण को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया था़ ऐसी स्थिति चिकित्सक व पारा मेडिकल कर्मियों की बहाली में भी बनी हुई है़
कमेटी चयन में होती है मनमानी: सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि पिछले दिनों सदर अस्पताल के सफाई, पथ व कपड़ा धुलाई के लिए निविदा हुई़ निविदा कमेटी में उन्हें भी शामिल किया जाना था, क्योंकि अस्पताल की कोई भी स्थिति व आवश्यकता को वे बेहतर तरीके से जानते हैं. किंतु सिविल सर्जन ने उन्हें कमेटी में शामिल ही नहीं किया़
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