सिविल सर्जन व डीपीएम के कार्यकलाप की हो उच्चस्तरीय जांच
मुंगेर : उत्तर भारतीय नव निर्माण सेना के संयोजक सह समाजसेवी हेमंत कुमार ने सिविल सर्जन डॉ श्रीनाथ तथा डीपीएम मो. नसीम के कार्यकलाप के उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य समिति मुंगेर में पूर्व से ही गबन, घोटाला, अवैध नियुक्ति व स्थानांतरण-पदस्थापन का सिलसिला चल रहा है़ वहीं विभाग द्वारा […]
मुंगेर : उत्तर भारतीय नव निर्माण सेना के संयोजक सह समाजसेवी हेमंत कुमार ने सिविल सर्जन डॉ श्रीनाथ तथा डीपीएम मो. नसीम के कार्यकलाप के उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य समिति मुंगेर में पूर्व से ही गबन, घोटाला, अवैध नियुक्ति व स्थानांतरण-पदस्थापन का सिलसिला चल रहा है़ वहीं विभाग द्वारा जांच और कार्रवाई के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही है़ जबकि प्राथमिकी व गिरफ्तारी जैसी कोई बात अब तक नहीं हो पायी है़
सिविल सर्जन ने अपने मनोनुकूल चयन समिति बना कर उसी परंपरा का निर्वाह किया है़ अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सहित सदर अस्पताल के उपाधीक्षक के बयान से यह स्पष्ट होता है कि मुंगेर जिले के स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र व सदर अस्पताल ऐसे लोगों की निजी कंपनी बन चुकी है, जिसके प्रबंधक की हैसियत से निर्णय लेते हैं. उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन ने सरकार के गुड गवर्नेंस की धज्जी उड़ा दी है और यह बता दिया है कि ऐसे लोगों पर सरकार का कोई कानून नहीं चलता है़
पूर्व से ही स्वास्थ्य समिति दागदार व बदनाम रहा है़ इसलिए हर हाल में डीपीएम के कार्यकाल का भी जांच आवश्यक रूप से हो़ स्वास्थ्य विभाग को विभिन्न मदों से आवंटित राशि, मदवार व्यय, सामग्री की खरीदारी, खरीदारी के रसीद, संबंधित संस्था तथा कार्यकाल में की गयी नियुक्ति की भी जांच आवश्यक है़ उन्होंने बिहार सरकार से मांग किया है कि सिविल सर्जन एवं उनके कार्यालय में पदस्थापित कर्मचारी की संपत्ति की जांच हो.