ठेकेदारी प्रथा का किया विरोध कहा, निगम अपने अंदर करवाये काम

दो माह से नहीं दिया वेतन, नहीं बनती कर्मियों की नियमित हाजिरी मुंगेर : नगर निगम के अधीन कार्यरत स्वयंसेवी संस्था महिला निकेतन के सफाईकर्मियों ने गुरुवार को निगम परिसर में जमकर हंगामा किया. सफाईकर्मियों का कहना था कि नगर निगम ठेकेदारी प्रथा को खत्म कर सीधे मानदेय पर उनलोगों से काम करवाये. उनलोगों ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2017 5:41 AM

दो माह से नहीं दिया वेतन, नहीं बनती कर्मियों की नियमित हाजिरी

मुंगेर : नगर निगम के अधीन कार्यरत स्वयंसेवी संस्था महिला निकेतन के सफाईकर्मियों ने गुरुवार को निगम परिसर में जमकर हंगामा किया. सफाईकर्मियों का कहना था कि नगर निगम ठेकेदारी प्रथा को खत्म कर सीधे मानदेय पर उनलोगों से काम करवाये. उनलोगों ने प्रत्येक माह के 10 तारीख को वेतन देने की स्वीकृति एवं इपीएफ में काटी जा रही राशि विवरण देने सहित अन्य मांगों पर दबाव बनाते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की चेतावनी दी. सफाईकर्मियों का नेतृत्व हीरा राउत ने किया.
दो माह से नहीं मिला वेतन : महिला निकेतन के सफाईकर्मियों ने एनजीओ प्रबंधन पर आरोप लगाया कि पिछले दो माह से उनलोगों को वेतन नहीं दिया गया. न तो समय पर हाजिरी बनती है और न ही मजदूर एक्ट के तहत भुगतान किया जा रहा है. महीने में 26 दिन का ही मानदेय भुगतान किया जाता है. इपीएफ मद में कितनी राशि काटी जा रही है इसका भी ब्योरा भी कर्मियों को उपलब्ध नहीं कराया जाता.
सफाईकर्मियों ने एक स्वर से विरोध किया कि यदि निगम प्रशासन हमारी मांगों पर अमल नहीं करती है तो एनजीओ के लगभग 275 सफाईकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे.
ठेकेदारी प्रथा करें खत्म, निगम करवाये काम : एनजीओ के सफाईकर्मी हीरा राउत, दीपक मल्लिक, कारु राउत, मुकुल राउत, सिकंदर मल्लिक, पंकज कुमार, राकेश कुमार, मुकेश मल्लिक, सुनील मल्लिक सहित अन्य ने कहा कि नगर निगम ठेकेदारी प्रथा को खत्म करें और सीधे तौर पर नगर निगम अपने अंदर काम करवाये. इसके लिए निगम प्रशासन द्वारा जो भी मानदेय तय किया जायेगा वह लेने के लिए हम सभी तैयार हैं. उनलोगों का कहना था कि एनजीओ द्वारा सफाईकर्मियों के साथ शोषण किया जाता है और समय पर वेतन भी नहीं दिया जाता है. हाजिरी भी सप्ताह में बनाया जाता है. जिसके कारण एनजीओ प्रबंधन की मनमानी चलती है. चार दिन पूर्व ही एनजीओ कर्मियों ने नगर आयुक्त से मिल महिला निकेतन के लापरवाही की शिकायत की थी.
कहते हैं एनजीओ संचालक
महिला निकेतन की एनजीओ संचालक रूबी उपाध्याय ने कहा कि इपीएफ की राशि के लिए इपीएफ नंबर उपलब्ध कराया गया है. जिस पर सफाईकर्मी पता कर सकते हैं कि कितनी राशि पीएफ मद में कट रही है. मानदेय के भुगतान में विलंब हुआ है. इसके लिए मेयर व नगर आयुक्त से वार्ता की गयी है. शीघ्र ही मानदेय का भुगतान कर दिया जायेगा.
मेयर ने सुनी कर्मियों की फरियाद : निगम के पोर्टिको में सफाईकर्मी हंगामा कर रहे थे. इस दौरान मेयर का वाहन निगम परिसर पहुंचा और सफाईकर्मियों के हंगामा को देख उनकी समस्याओं को सुना. जिस पर मेयर रूमा राज ने आश्वासन दिया कि दो माह से जो वेतन बकाया है उसका बिल मंगा कर भुगतान शीघ्र किया जायेगा. जहां तक ठेकेदारी प्रथा को खत्म कर निगम के अंदर काम कराने की बात है इसके लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा जायेगा. उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जा सकती है.
कहते हैं नगर आयुक्त : नगर आयुक्त एसके पाठक ने कहा कि एनजीओ कर्मी नगर निगम के अधीन कार्य करने की मांग कर रहे हैं जो संभव नहीं है. बकाया मानदेय के भुगतान का आदेश दे दिया गया है. शीघ्र ही भुगतान हो जायेगा.

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