जमालपुर शेड में होगा 13 डेमू का मेंटेनेंस

180 मीटर लंबी शेडयुक्त पिट लाइन का हो रहा निर्माण समय की होगी बचत, दो विभाग मिल कर करेंगे काम विजय कुमार गुप्ता जमालपुर : डीजल शेड जमालपुर में अब डेमू के मेंटेनेंस का काम शुरू होगा. रेलवे के इस निर्णय से जहां रेलकर्मियों के समय की बचत होगी, वहीं परस्पर समन्वय स्थापित कर काम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 11, 2017 8:16 AM
180 मीटर लंबी शेडयुक्त पिट लाइन का हो रहा निर्माण
समय की होगी बचत, दो विभाग मिल कर करेंगे काम
विजय कुमार गुप्ता
जमालपुर : डीजल शेड जमालपुर में अब डेमू के मेंटेनेंस का काम शुरू होगा. रेलवे के इस निर्णय से जहां रेलकर्मियों के समय की बचत होगी, वहीं परस्पर समन्वय स्थापित कर काम करने में गुणवत्ता भी उच्च कोटि की होगी. यहां इस काम को अंजाम देने के लिए लगभग 180 मीटर की एक नयी पिट लाइन के निर्माण का काम युद्ध स्तर पर जारी है.
पहले दो विभाग में होता था मेंटेनेंस का काम : इससे पहले भी जमालपुर लोको शेड में डेमू (डीजल इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) के मेंटेनेंस का काम होता था, परंतु तब डेमू के मेंटेनेंस के लिए कोई अलग से पिट लाइन ही नहीं था.
इसको लेकर काम में अनावश्यक विलंब होता था. एक ही डेमू के काम के लिए रेलवे के अलग-अलग विभागों में काम करना होता था. इसके कारण मेंटेनेंस के काम में समय तथा लाने-ले जाने में इंधन की भी खपत अपेक्षाकृत अधिक होती थी. क्योंकि लोको का मेंटेनेंस काम तो यहां हो जाता था, परंतु कोचों का काम कैरेज में होता था. बताया गया कि अब लगभग 180 मीटर लंबे शेडयुक्त पिट लाइन में एक साथ सभी काम पूरे कर लिये जायेंगे. मालदा के सीनियर डीइएन (को-ऑर्डिनेशन) की देखरेख में निर्माण कार्य जारी है.
दो डीपीसी और छह टीसी का होगा नियमित मेंटेनेंस
एक डेमू में आठ हिस्से होते हैं. इनमें से दो डीपीसी (ड्राइविंग पावर कार) तथा छह टीसी (ट्रेवलर्स कोच) शामिल हैं. इनके अलग-अलग विभाग हैं, जो अपने विभाग के काम के जिम्मेदार होते हैं.
पहले दोनों विभागों द्वारा अलग-अलग मेंटेनेंस होता था. जबकि नयी पिट लाइन के निर्माण के बाद एक ही स्थान पर दोनों विभागों के इंजीनियर और कर्मचारी परस्पर समन्वय स्थापित कर काम को अंजाम देंगे.
डीजल शेड जमालपुर द्वारा लगातार बेहतर प्रदर्शन किया जाता रहा है. इसके कारण मुख्यालय ने अभी हाल ही में यहां नया कार्यभार सौंपा है. इसके तहत इस शेड में 13 डेमू का मेंटेनेंस होगा. किऊल-जमालपुर-भागलपुर-बड़हड़वा रेलमार्ग के विद्युतिकरण और दोहरीकरण कार्य के जारी रहने के कारण इस रेलमार्ग पर ट्रेनों के ट्रैफिक बढ़ने की संभावना को देखते हुए जमालपुर शेड के इस कार्यभार को जोड़ कर देखा जा रहा है. मालदा के रेल मंडल प्रबंधक मोहित सिन्हा ने कार्यभार देने की बात की पुष्टि की है.
कहते हैं अधिकारी
डीजल शेड जमालपुर के सीनियर डीविजनल मैकनिकल इंजीनियर (डीजल) देवव्रत बोस ने कहा कि मालदा के डीआरएम ने व्यक्तिगत रुचि देखते हुए इंजीनियरिंग विभाग से नयी पिट लाइन का काम यथाशीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया है. पिट लाइन पूरा हो जाने के बाद डीजल शेड और कैरेज, दोनों एक साथ काम कर सकेंगे.

Next Article

Exit mobile version