मुंगेर में 11 अर्धनिर्मित पिस्टल बरामद, चार गिरफ्तार

मुंगेर पुलिस व एसटीएफ ने कासिम बाजार थाना क्षेत्र के मकससपुर में मंगलवार की शाम अवैध हथियार कारोबार के रैकेट का खुलासा किया.

By Prabhat Khabar News Desk | October 9, 2024 7:25 PM

एसटीएफ व मुंगेर पुलिस ने कासिम बाजार थाना क्षेत्र के मकससपुर में की कार्रवाई, बरामद अर्धनिर्मित पिस्टल को फिनिसिंग के लिए भेजने की थी तैयारी, प्रतिनिधि, मुंगेर. मुंगेर पुलिस व एसटीएफ ने कासिम बाजार थाना क्षेत्र के मकससपुर में मंगलवार की शाम अवैध हथियार कारोबार के रैकेट का खुलासा किया. पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर 11 अर्धनिर्मित पिस्टल बरामद की है. जिसे फिनिसिंग के लिए भेजने की तैयारी थी. पुलिस ने इस रैकेट में शामिल चार तस्करों को भी गिरफ्तार किया. जिसे पूछताछ के बाद बुधवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि कासिम बाजार थाना क्षेत्र के मकससपुर बजरंग बली चौक स्थित एक शीतल पेय पदार्थ के गोदाम में हथियार की खरीद-बिक्री की सूचना मिली थी. इस आधार पर एसटीएफ व डीआइयू टीम के साथ ही कासिम बाजार थाना पुलिस ने मंगलवार की शाम गोदाम में छापेमारी की. पुलिस ने दो व्यक्ति को एक उजला बोरा लेकर गोदाम में घुसते देखा. पुलिस अंदर पहुंची और दोनों को पकड़ कर बोरा के बारे में पूछा गया. पुलिस ने जब तलाशी अभियान प्रारंभ किया तो 5 अर्धनिर्मित पिस्टल बरामद किया गया. साथ ही पुलिस ने कासिम बाजार थाना क्षेत्र के मकससपुर निवासी संजय कुमार शर्मा व उसके चचेरे भाई अनिल कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया. पूछताछ में उसने बताया कि पुरानीगंज निवासी सोनू अग्रवाल ने उसे हथियार बेचने के लिए दिया है. उसके घर में अभी भी हथियार है. पुलिस ने सोनू अग्रवाल के घर छापेमारी कर उसे गिरफ्तार किया. साथ ही घर की तलाशी के क्रम में बाथरूम से प्लास्टिक के थैला से बैरल सहित 6 अर्धनिर्मित पिस्टल बरामद किया गया. सोनू ने बताया कि पुरानीगंज निवासी अपने मित्र जितेंद्र पंडित के साथ मिलकर वह हथियार तस्करी करता है. पुलिस जितेंद्र पंडित को भी उसके घर से गिरफ्तार किया. इस मामले में कासिम बाजार थाना में आर्म्स एक्ट में प्राथमिकी दर्ज कर चारों हथियार तस्करों को बुधवार को जेल भेज दिया.

हथियार कारोबार का है चैन, फिनिसिंग कर भेजने की थी तैयारी

मुंगेर.

एसपी ने बताया कि मुंगेर में हथियार कारोबार का पूरा चैन है. हथियार बनाने से लेकर उसके बिक्री तक के लिए अलग-अलग व्यक्ति इस चैन में है. बरामद हथियार को किसी कारीगर के पास भेज कर उसकी फिनिसिंग टच देने की तैयारी थी. इसके बाद हथियार को तस्करी कर उसे निर्धारित व्यक्ति को बेचा जाता. एसपी ने बताया कि अर्धनिर्मित पिस्टल कहां तैयार हुआ था और किसके पास फिनिसिंग टच दिया जाता इसकी पुलिस जांच कर रही है. गिरफ्तार तस्करों के मोबाइल को भी खंगाला जा रहा है. अभी पुलिस इस पूरे मामले की जांच करने में जुटी हुई है.

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