बफीर्ली हवा का कहर जारी, अब हाड़ पर वार

भगवान भरोसे कड़ाके की ठंड झेल रहे आम जन अलाव की नहीं हो रही समुचित व्यवस्था मुंगेर : आने वाले दिनों के मौसम पूर्वानुमान को देखकर ऐसा लगता है कि शीतलहर अब पूरी तरह से अभेद्य बन चुका है़ जिसे सूर्य की तीखी किरणें भी प्रभावित नहीं कर पाती है़ हाल यह है कि ग्रामीण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 5, 2018 5:00 AM

भगवान भरोसे कड़ाके की ठंड झेल रहे आम जन अलाव की नहीं हो रही समुचित व्यवस्था

मुंगेर : आने वाले दिनों के मौसम पूर्वानुमान को देखकर ऐसा लगता है कि शीतलहर अब पूरी तरह से अभेद्य बन चुका है़ जिसे सूर्य की तीखी किरणें भी प्रभावित नहीं कर पाती है़ हाल यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों की बात तो दूर, शहरी इलाकों में भी प्रशासनिक स्तर पर अलाव की समुचित व्यवस्था नहीं हो पा रही है़ वहीं आम जन भगवान भरोसे कड़ाके की ठंड झेलने को विवश हैं. मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार से तापमान में और भी गिरावट आने की संभावना है़ शीतलहर की यदि यही स्थिति रही तो विद्यालयों की छुट्टी और भी बढ़ायी जा सकती है़ फिलहाल 6 जनवरी तक सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में जिलाधिकारी के निर्देशानुसार शैक्षणिक कार्य को बंद कर दिया गया है़
पिछले 10 दिनों से लगातार ठंड में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है़ पिछले 26 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सिय दर्ज किया गया था़ जबकि पिछले 10 दिनों में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री तक घट कर 7 डिग्री सिल्सियस तक पहुंच चुका है़ जिसके कारण शीतलहर अब इस कदर अभेद्य हो चुका है कि दिन में सूर्य निकलने के बावजूद भी सूर्य की तीखी किरणें मौसम में व्याप्त कनकनी को दूर करने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है़ हाल यह है कि लोग दिन में धूप सेकने के बजाय अलाव सेकने को विवश है.
आमजन के साथ मवेशी भी परेशान. कड़ाके की इस ठंड में न सिर्फ आमजन परेशान हैं, बल्कि माल-मवेशी की भी अब हालत खराब होने लगी है़ गोहाल से मवेशी को थोड़ी देर के लिए भी यदि बाहर किया जाता है, तो वह ठंड से कांपने लगता है़ हाल यह है कि शीतलहर की वजह से दुधारु पशु ने दूध देना भी कम कर दिया है़ कृषि वैज्ञानिक मुकेश कुमार ने बताया कि व्याप्त शीतलहर को ध्यान में रखते हुए पशुपालकों को अपने मवेशियों का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है़ उन्होंने बताया कि गोहाल से मवेशी को बाहर निकालने पर हमेशा इस बात का ख्याल रखें कि उसे हवा के आढ़ में रखा गया हो़ दिन में यदि धूप न निकले तो मवेशियों को गोहाल के भीतर ही रहने दें. जूट के बोरे से बने झूल से मवेशी को अच्छी तरह से ढ़क दें तथा अलाव की भी व्यवस्था रखें. ताकि गोहाल में गर्माहट बनी रहे़ मवेशियों के मूत्र पर लगातार राख का छिड़काव करते रहें तथा जितना अधिक हो सके मवेशी को सूखा चारा दें.
नहीं हो रही अलाव की समुचित व्यवस्था. यूं तो जिलाधिकारी ने शहर के चयनित स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में अलाव जलाने का निर्देश दे रखा है़ किंतु उसकी निगरानी नहीं होने के कारण चयनित स्थलों पर काफी कम मात्रा में अलाव के लिए लकड़ियां उपलब्ध करायी जा रही है़ जिसके कारण बस स्टैंड, टैक्सी स्टैंड, मुसहरी, सदर अस्पताल सहित शहर के प्रमुख स्थलों पर यात्री, आम राहगीर, मजदूर व रिक्शा चालकों को ठिठुरते हुए समय बितानी पड़ रही है़
अगले पांच दिनों का संभावित तापमान
तिथि न्यूनतम अधिकतम
5 जनवरी 7 डिग्री 20 डिग्री से
6 जनवरी 8 डिग्री 18 डिग्री से
7 जनवरी 7 डिग्री 19 डिग्री से
8 जनवरी 6 डिग्री 20 डिग्री से
9 जनवरी 6 डिग्री 20 डिग्री से
एसडीओ ने गरीबों के बीच बांटे कंबल
मुंगेर . कड़ाके की ठंड को देखते हुए सदर अनुमंडल पदाधिकारी कुंदन कुमार ने गरीबों एवं फुटपाथ पर रहने वालों के बीच कंबल बांटे. शहरी क्षेत्र के अतिरिक्त मुंगेर स्टेशन व बस स्टैंड पर रह रहे फुटपाथियों को कंबल प्रदान किया. उन्होंने कहा कि ठंड के मौके पर प्रशासन द्वारा प्रमुख स्थानों पर अलाव की भी व्यवस्था की गयी है. साथ ही कंबल का वितरण किया जा रहा है.

Next Article

Exit mobile version