आबे केकरो मुंह देखी के जीबै हो दरोगा बाबू…

तारापुर : तारापुर के मछली विक्रेता बबलू साह का 12 वर्षीय पुत्र रोशन कुमार की निर्मम हत्या एवं शव को मोहनगंज मुख्य मार्ग स्थित राधा-गोबिंद ठाकुरबाड़ी के कुआं में फेंकने की घटना से पूरे क्षेत्र में मातम छाया है़ लोगों को अब यह भय सताने लगा है कि उनके घरों का बच्चा सुरक्षित नहीं है़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2018 5:46 AM

तारापुर : तारापुर के मछली विक्रेता बबलू साह का 12 वर्षीय पुत्र रोशन कुमार की निर्मम हत्या एवं शव को मोहनगंज मुख्य मार्ग स्थित राधा-गोबिंद ठाकुरबाड़ी के कुआं में फेंकने की घटना से पूरे क्षेत्र में मातम छाया है़ लोगों को अब यह भय सताने लगा है कि उनके घरों का बच्चा सुरक्षित नहीं है़ वहीं इस घटना ने स्थानीय पुलिस के कार्यशैली पर भी सवालिया निशान लगा छोड़ दिया है़ ऐसे हालात में लोग अपने बच्चों को किसके भरोसे घर से बाहर भेजेंगे.

गौराडीह से आया था तारापुर : बताया जाता है कि बांका जिला के खेसर थाना क्षेत्र के गौराडीह निवासी बबलू साह बीते दो दशक से तारापुर में रहकर हाट में मछली बेचने का काम करता था. बबलू साव को दो पुत्र था, जिसमें बड़ा पुत्र 12 वर्षीय रोशन कुमार एवं दूसरा पुत्र 6 वर्षीय भूषण कुमार है. वैसे तो बबलू पांच भाई हैं, किंतु तीन भाई अपने गांव गौराडीह में ही रहकर कारोबार करता है. जबकि दो भाई बबलू एवं मोहन साह वर्षों से मछली एवं इसके पूर्व फल बेचने का काम कर रहा है.
मां के विलाप से लोगों की आंखें हुई नम: रोशन की हत्या के बाद से मृतक के परिजनों एवं गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है. मृतक की माता अपने मासूम पुत्र के शव को देखकर दहाड़ मार-मार कर रो रही थी और कह रही थी कि ‘जे कहलकै मुदैया ने वही करी देलको रे, हमरा सनी के कहले छेलै तोय बाहरी छय यहां नाय रहे देबो, भागी जो यहां से नाय त अच्छा नय होतो, आरु वही करी देलेके, अबे हम्मे कैना रहबै हो दरोगा बाबू, अभी तय बच्चा के मारी देलको छैय, फेनू बड़को के भी मारी देते हो दरोगा बाबू.’ वहीं मृतक की माता की करुण क्रंदन सुनकर वहां देखने वालों की आंखे भी नम हो रही थी. मृतक की दादी पुतुल देवी अपना छाती पीटते हुए कह रही थी कि ‘हमरो पोतबा के मारी के फेकी देलको हो बाबू’. इतना कह वह थाना परिसर में ही धड़ाम से पीठ के बल देखते ही देखते गिर पड़ी व बेहोश हो गयी. जिसके बाद आनन-फानन में पुलिस की सहायता से उसे तारापुर के अनुमंडलीय अस्पताल में ईलाज के लिए भरती कराया गया. रोशन की हत्या के बाद से मृतक के परिजन काफी दहशत में हैं. उन्हें भय है कि बच्चे के बाद पता नहीं हत्यारे अब किसकी हत्या कर दे.

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