जमालपुर (मुंगेर): रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने कहा है कि देश में यात्री ट्रेनों की रफ्तार 160 से 200 किलोमीटर प्रतिघंटा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और इस दिशा में कार्य प्रारंभ हो चुका है. इसके साथ ही जमालपुर के इरिमी में बंद हो चुके स्पेशल क्लास रेलवे अप्रेंटिश की पढ़ाई फिर शुरू हो सकती है. इसके लिए रेल मंत्रालय तैयार है और यूपीएससी से वार्ता चल रही है. वे बुधवार को इरिमी के स्थापना दिवस समारोह में भाग लेने जमालपुर आये थे.
पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय रेल में सुधार की प्रक्रिया तेजी से जारी है. रेलवे ने हाई स्पीड ट्रेनों के परिचालन की परियोजना पर काम आरंभ कर दिया है और रेलवे की दशा और दिशा सुधारने के लिए क्रमबद्ध प्राथमिकताएं तय की गयी है. इसके साथ ही दो महीना पूर्व ही अहमदाबाद से मुंबई तक हाई स्पीड ट्रेन परियोजना आरंभ हो चुका है और इसे वर्ष 2022 तक पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है.
अश्विनी लोहानी ने कहा कि चूंकि भारतीय रेल काफी बड़े क्षेत्र में आच्छादित है, इसलिए यह एक लंबी परियोजना है और इस पर काफी काम करना होगा. चेयरमैन ने कहा कि भारतीय रेल सुधार की दिशा में काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि रेलवे ने ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के तहत हावड़ा से लुधियाना तक फ्रेट कॉरीडोर का निर्माण कार्य आरंभ कर दिया है. इसके तहत हावड़ा-लुधियाना मालगाड़ी के लिए अलग रेल लाइन बिछायी जा रही है. इस कॉरीडोर के चालू हो जाने के बाद तमाम माल गाड़ियों का परिचालन इस पर शिफ्ट कर दिया जाएगा. इसके कारण यात्री ट्रेनों की रफ्तार भी बढ़ेगी.
फिर शुरू होगी एससीआरए की पढ़ाई
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने कहा कि स्पेशल क्लास रेलवे अप्रेंटिश की पढ़ाई फिर शुरू करने के लिए रेल मंत्रालय तैयार है. इस दिशा में संघ लोक सेवा आयोग से बातचीत चल रही है. उम्मीद है कि शीघ्र ही एससीआरए के नये बैच के लिए मार्ग प्रशस्त होगा. विदित हो कि दो वर्ष पूर्व जमालपुर के इरिमी में संचालित एससीआरए की पढ़ाई की नयी नामांकन की प्रक्रिया खत्म कर दी गयी थी. एससीआरए में नामांकन के लिए चयन की प्रक्रिया यूपीएससी के माध्यम से किया जाता है और यूपीएससी में इसके लिए जो प्रस्ताव भारत सरकार व रेल मंत्रालय को दिया था, उसके तहत पढ़ाई के नये नामांकन पर रोक लगी है. चेयरमैन ने यह संकेत दिया कि यह पुन: प्रारंभ हो सकता है. साथ ही उन्होंने बताया कि भारतीय रेलवे यांत्रिक एवं विद्युत अभियंत्रण संस्थान इरिमी केंद्र सरकार के प्रस्तावित रेलवे विश्वविद्यालय का एक अंगीभूत संस्थान बनेगा.