मुंगेर : जिले के हवेली खड़गपुर प्रखंड अंतर्गत दरियापुर पंचायत के मुखिया भोला वर्मा व उसके पुत्र शंभू वर्मा नक्सलियों द्वारा अपहरण के 12 घंटे बाद अब तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है. इधर, आक्रोशित ग्रामीणों ने खड़गपुर बरियारपुर मुख्यमार्ग को जहां जाम कर दिया है, वहीं परिजनों में दहशत है. पुलिस एसटीएफ सीआरपीएफ के जवान जंगल एवं पहाड़ों में ऑपरेशन शुरू कर दिया है. लेकिन, अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. वहीं, आरक्षी अधीक्षक ने नक्सली घटना से इनकार किया है.
मालूम हो कि गुरुवार की रात 9:30 बजे हथियारबंद माओवादियों ने गांव में दरियापुर गांव में मुखिया और उसके पुत्र का अपहरण कर लिया था, जब दोनों खाना खाकर अपने दरवाजे पर बैठे थे. अपराधियों ने दोनों को बंदूक की नोक पर उठा कर ले गये. अब तक पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. घटना को लेकर जहां ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. विदित हो कि 2004 में तत्कालीन मुखिया अरुण कुमार यादव को माओवादियों ने घर से उठा कर अगवा कर लिया था और फिर उसे पहाड़ की तलहटी में ले जाकर गला काटकर हत्या कर दी थी. यह मुंगेर की पहली नक्सली वारदात मानी जाती है.