3.7 किलो गांजा के साथ बेगूसराय के दो तस्कर गिरफ्तार

मुंगेर : मुंगेर पुलिस ने बबुआ गंगा घाट के समीप रविवार की सुबह छापेमारी कर दो अंतरजिला गांजा तस्कर को गिरफ्तार किया. उसके पास से तीन किलो 700 ग्राम गांजा बरामद किया गया. पुलिस ने एक मोटरसाइकिल को भी जब्त किया है. गिरफ्तार तस्कर बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के सलेमा दियारा निवासी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 3, 2018 5:30 AM

मुंगेर : मुंगेर पुलिस ने बबुआ गंगा घाट के समीप रविवार की सुबह छापेमारी कर दो अंतरजिला गांजा तस्कर को गिरफ्तार किया. उसके पास से तीन किलो 700 ग्राम गांजा बरामद किया गया. पुलिस ने एक मोटरसाइकिल को भी जब्त किया है. गिरफ्तार तस्कर बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के सलेमा दियारा निवासी इंद्रदेव यादव एवं युगल यादव है,

जिसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि गंगा पार से दो गांजा तस्कर नाव से गांजा की खेप लेकर बबुआ घाट आ रहा है. इसको लेकर एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया.

दल ने रविवार को बबुआ घाट पर छापेमारी की. नाव से उतरते ही दो तस्कर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्जे से तीन किलो 700 किलो गांजा भी पुलिस ने बरामद किया. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार तस्करों ने बताया कि कुरहा बाजार के पासी टोला में गांजा को जमीन के अंदर छिपा कर रखा गया था. जमीन के अंदर से गांजा निकाल कर उसे मुंगेर में डिलिवरी देने के लिए दोनों तस्कर आ रहा था. गांजा मुंगेर में डिलिवरी किसे की जानी थी. उछानबीन की जा रही है. पुलिस यह भी पता लगा रही है कि मुंगेर में कौन-कौन सा नेटवर्क है जो मादक पदार्थ के कारोबार से जुड़ा है. इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.

आदेश के बाद भी दर्ज नहीं हो पायी प्राथमिकी
31 मार्च को डीइओ ने जारी किया निर्देश
परीक्षा विभाग के निर्देश के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी सुरेश प्रसाद सिंह ने 31 मार्च को सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के नाम से एक निर्देश जारी किया है. इसमें आदेश दिया गया है कि इंटरमीडिएट तथा मैट्रिक परीक्षा-2018 क बारकोडेड उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन कार्य में योगदान नहीं करने वाले परीक्षक तथा प्रधान परीक्षक के विरुद्ध बिहार परीक्षा अधिनियम-1981 के सुसंगत धाराओं के तहत स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज करायें, पर सोमवार तक किसी भी प्रखंड में एक भी परीक्षक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी जा सकी है. मालूम हो कि इस धारा के तहत संबंधित परीक्षक व प्रधान परीक्षकों को पांच हजार रुपये जुर्माना या तीन साल की जेल या फिर दोनों सजा हो सकती है़
कुल 366 परीक्षकों ने नहीं दिया है योगदान
इंटरमीडिएट परीक्षा के उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए परीक्षा विभाग द्वारा तीन अलग-अलग केंद्रों पर कुल 550 परीक्षकों की नियुक्ति की गयी थी़ इसमें से 308 ने अपना योगदान दिया तथा 242 परीक्षक व प्रधान परीक्षक ने योगदान नहीं दिया़ वहीं मैट्रिक परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए परीक्षा विभाग द्वारा दो अलग-अलग केंद्रों पर कुल 709 परीक्षकों की नियुक्ति की गयी थी़ इसमें से 585 ने अपना योगदान दिया तथा 124 परीक्षक व प्रधान परीक्षक ने योगदान नहीं दिया़ इस तरह से कुल 366 परीक्षक तथा प्रधान परीक्षक मूल्यांकन कार्य में शामिल नहीं हुए़ हालांकि इनमें से कुछ ऐसे परीक्षक व प्रधान परीक्षक भी शामिल हैं जो दूसरे जिले के हैं तथा कुछ ऐसे हैं, जो खुद ही केंद्राधीक्षक या मूल्यांकन के अन्य कार्य में लगे हुए थे़ ऐसे परीक्षकों द्वारा मिले उचित स्पष्टीकरण के बाद उन्हें विभाग द्वारा राहत दी जा रही है़ बांकी पर हर हाल में प्राथमिकी दर्ज की जानी है़
इंटर मूल्यांकन केंद्रों की स्थिति
केंद्र का नाम नियुक्त परीक्षक योगदान
रा बैजनाथ बा उवि 327 181
जिला स्कूल 151 84
बीआरएम कॉलेज 72 43
मैट्रिक मूल्यांकन केंद्रों की स्थिति
केंद्र का नाम नियुक्त परीक्षक योगदान
टाउन उच्च विद्यालय 354 305
मॉडल उच्च विद्यालय 355 280

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