मुंगेर : पति-पत्नी के बीच अक्सर रुपये-पैसे या अन्य उपभोग की वस्तुओं की मांग को लेकर झगड़ा होने की बात सुनी जाती है. किंतु कभी ऐसा नहीं सुनने को मिला होगा कि किसी पति ने पत्नी द्वारा सब्जी नहीं बनाये जाने पर अपने गले में फंदा लगा लिया हो. सुनने में यह बात भले ही थोड़ा अटपटा-सा अवश्य लगता हो, किंतु यह बात सत्य है़ ऐसे ही एक पति को गंभीर हालत में रविवार को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया गया.
बताया जाता है कि सूर्यगढ़ा प्रखंड के सिमरातरी कोरासी गांव निवासी मनोज कोड़ा के घर में शनिवार की शाम को भोजन में सब्जी नहीं बनी थी. मनोज को खाने के लिए जब सिर्फ चावल और दाल दिया गया, तो वह अपनी पत्नी सबिया देवी पर झल्ला उठा. मनोज ने पत्नी से कहा कि जल्दी से सब्जी बनाओ, तभी भोजन करेंगे. किंतु पत्नी ने उसे कह दिया कि अब चूल्हा बुझ चुका है, सब्जी सुबह बनेगी. इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि मनोज गुस्से में तमक कर कमरे के भीतर चला गया. कुछ देर बाद जैसे ही उसकी पत्नी कमरे में प्रवेश की तो उसने देखा कि मनोज एक फंदे लटक कर छटपटा रहा है़ इतना देखते ही वह शोर मचाने लगी, जिसके बाद परिवार के अन्य सदस्यों के सहयोग से मनोज को फंदे से नीचे उतारा गया, तब तक मनोज बेहोश हो चुका था. परिजनों ने उसे गंभीर हालत में इलाज के लिए सदर अस्पताल लखीसराय में भरती कराया. किंतु चिकित्सक ने उसे बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया. परिजन उसे एंबुलेंस में लेकर जैसे ही पटना के लिए निकले कि आगे काफी जाम लगा हुआ था, जिसके बाद परिजन एंबुलेंस को लेकर सीधा मुंगेर सदर अस्पताल पहुंच गये, जहां इलाज के बाद मनोज को खतरे से बाहर बताया गया.