बिहार : मुंगेर में गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की बच्ची, रेस्क्यू आॅपरेशन जारी

मुंगेर : बिहार में मुंगेर शहर के मुर्गियाचक निवासी उमेश नंदन प्रसाद साव के घर में समरसेबुल बोरिंग के दौरान मंगलवार को उसकी नतिनी सन्नो (3 साल) फिसल कर गिर गयी. जिसके बाद परिजनों में कोलाहल मच गया, सभी लोग बच्ची को बोरिंग से बाहर निकालने के प्रयास में जुट गये. परिजन जब बच्ची को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 31, 2018 6:31 PM

मुंगेर : बिहार में मुंगेर शहर के मुर्गियाचक निवासी उमेश नंदन प्रसाद साव के घर में समरसेबुल बोरिंग के दौरान मंगलवार को उसकी नतिनी सन्नो (3 साल) फिसल कर गिर गयी. जिसके बाद परिजनों में कोलाहल मच गया, सभी लोग बच्ची को बोरिंग से बाहर निकालने के प्रयास में जुट गये. परिजन जब बच्ची को बाहर निकालने में असफल हो गये तो घटना की सूचना स्थानीय थाना तथा अन्य पदाधिकारियों की दी गयी. जिसके बाद सदर अनुमंडल पदाधिकारी खगेशचंद्र झा, एएसपी हरिशंकर कुमार, मेयर रूमा राज, बीडीओ डॉ पंकज कुमार तथा कोतवाली व पूरबसराय ओपी पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव कार्य में जुट गये.

बताया जाता है कि शहर के वीर कुंवर सिंह कॉलोनी दलहट्टा निवासी बैंककर्मी नचिकेता साव की पुत्री सन्नो एक सप्ताह पूर्व अपने नाना उमेश नंदन प्रसाद साव के घर मुर्गियाचक आयी थी. पिछले दो दिनों से उमेश नंदन के घर में समरसेबुल लगाने का काम चल रहा था. मंगलवार की दोपहर समरसेबुल के लिए किये गये बोरिंग में केसिन डाल कर ग्रेबुल डाला जा रहा था. इसी दौरान सन्नो खेलते हुए आयी और फिसल कर केसिन के बगल से बोरिंग में गिर गयी. वहां पर काम कर रहे कारीगरों का कहना था कि बोरिंग के लिए 220 फुट डीप किया गया है, जिसमें लगभग 125 फुट तक ग्रेबुल भी डाला जा चुका था, तभी बच्ची उस बोरिंग में गिर गयी.

बच्ची को बाहर निकालने के लिए कई बार बोरिंग के भीतर रस्सी डाला गया. किंतु रस्सी पकड़ने पर जब बच्ची को ऊपर की ओर खींचा जाता था तो वह कुछ ही दूर पर आकर फंस जाती थी और रस्सी से उसका हाथ छूट जाता था. जब सभी लोग थक हार गये तब बगल से गड्ढ़ा खोदकर बच्ची को बाहर निकालने के लिए जेसीबी मंगाया गया. वहीं बोरिंग के भीतर ऑक्सीजन का सप्लाय देने के लिए सदर अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाया गया. फिलहाल बच्ची को बोरिंग से बाहर निकालने के लिए रेशक्यू जारी है.

Next Article

Exit mobile version