मुंगेर : बोरवेल से 30 घंटे बाद निकाली गयी सन्नो आईसीयू में भर्ती

मुंगेर : बोरवेल के अंदर लगभग 30 घंटे तक जिंदगी और मौत से जूझती रही सना उर्फ सन्नो की हालत में लगातार सुधार हो रहा है. मुंगेर सदर अस्पताल के आईसीयू में मेडिकल बोर्ड की निगरानी में उसका इलाज चल रहा है. उसके दायें कान व चेहरे पर स्वेलिंग है, जबकि शरीर के कई भागों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2018 8:00 AM
मुंगेर : बोरवेल के अंदर लगभग 30 घंटे तक जिंदगी और मौत से जूझती रही सना उर्फ सन्नो की हालत में लगातार सुधार हो रहा है. मुंगेर सदर अस्पताल के आईसीयू में मेडिकल बोर्ड की निगरानी में उसका इलाज चल रहा है. उसके दायें कान व चेहरे पर स्वेलिंग है, जबकि शरीर के कई भागों में जख्म हो गये हैं.
मुंगेर के प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार पाल, डीआईजी जीतेंद्र मिश्रा एवं एसपी गौरव मंगला ने बच्ची के हाल-चाल की जानकारी ली. सिविल सर्जन व मेडिकल बोर्ड के चिकित्सकों से उसकी शारीरिक स्थिति व इलाज की मुकम्मल व्यवस्था का जायजा लिया. बुधवार की रात बोरवेल से सुरक्षित निकाले जाने के बाद सन्नो को सदर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया है.
चिकित्सकों की टीम द्वारा उसे आवश्यक चिकित्सा सेवा उपलब्ध करायी जा रही है. दाहिने कान के पास जहां जख्म पाया गया, वहीं उसके चेहरे पर स्वेलिंग भी हो गयी है. इसके कारण उसका चेहरा काफी फुला हुआ है. दायीं आंख ठीक से नहीं खुल पा रही है. उसके हाथ व घुटने पर खरोंच के निशान भी पाये गये, जिसका इलाज चल रहा है.
स्वास्थ्य में हो रहा सुधार : बुधवार की रात में हर्टबीट सामान्य से थोड़ा बढ़ा हुआ था, पर गुरुवार की सुबह नॉर्मल पाया गया. सीएस डॉ योगेंद्र प्रसाद भगत ने दावा किया कि उसके स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है. डॉक्टर ने उसे पथ्य के रूप में खिचड़ी देने की सलाह दी है. प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार पाल ने डीआईजी जीतेंद्र मिश्रा, एसपी गौरव मंगला, सिविल सर्जन तथा चिकित्सकों की टीम के साथ एक बैठक की, जिसमें बच्ची के वर्तमान स्थिति एवं आगे के इलाज को लेकर चिकित्सकों ने अपनी-अपनी राय दी.
पीएमसीएच अलर्ट, डॉक्टरों की टीम तैयार, अलग से बेड सुरक्षित : पटना. सन्नो का इलाज मुंगेर सदर अस्पताल में चल रहा है. बच्ची की बेहतर चिकित्सा को देखते हुए अस्पताल प्रशासन पटना रेफर करने का विचार कर रहा है. यह कहना है पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रशासन का. पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि अगर बच्ची पीएमसीएच आती है तो उसके लिए लिए बच्चा वार्ड के आईसीयू में अलग से बेड सुरक्षित किया गया है. साथ ही विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम बनायी गयी है.
इन डॉक्टर को अलर्ट करते हुए आइसीयू में सभी तरह की दवा आदि व्यवस्था रखने का निर्देश दिया गया है. डॉ राजीव ने कहा कि मुंगेर के सिविल सर्जन ने पीएमसीएच प्रशासन से संपर्क किया है. लेकिन बच्ची वहां से रेफर होकर पटना आयेगी इसके बारे में अभी वहां के डॉक्टरों ने निर्णय नहीं लिया है.

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