72 घंटे से खुद, बीवी व बच्चों के साथ पानी पीकर कर रहा था गुजारा, प्रभात खबर की पहल पर मिली मदद

मुंगेर (प्रतिनिधि) : बिहार के मुंगेर में बरियारपुर कल्याण टोला निवासी अतिकुपोषित राजो सिंह को उनके परिजनों ने सोमवार को गंभीर हालत में इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया. चिकित्सक ने इमरजेंसी वार्ड में उसकी प्रारंभिक चिकित्सक कर उसे इलाज के लिए आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया. वैसे तो राजो इस समय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2018 9:42 PM

मुंगेर (प्रतिनिधि) : बिहार के मुंगेर में बरियारपुर कल्याण टोला निवासी अतिकुपोषित राजो सिंह को उनके परिजनों ने सोमवार को गंभीर हालत में इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया. चिकित्सक ने इमरजेंसी वार्ड में उसकी प्रारंभिक चिकित्सक कर उसे इलाज के लिए आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया. वैसे तो राजो इस समय डायरिया से ग्रसित है, लेकिन हालत काफी गंभीर देख चिकित्सक ने उसके कई जांच करवाने को भी लिखा है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही उसके अन्य बीमारियों का भी पता चल पायेगा.

मालूम हो कि कल्याण टोला निवासी शरीर से बिल्कुल लाचार राजकुमार सिंह उफ राजो सिंह अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ 21 अगस्त को ऋषिकुंड हॉल्ट के समीप किसी तरह से एक झोपड़ी बना कर रहने लगा. एक दो दिनों तक तो उसने दूसरों से मांग कर अपना और अपने परिवार का किसी प्रकार पेट भरा. किंतु जब लोग उसे कुछ भी देना बंद कर दिया तो राजो सिंह ने 72 घंटे तक खुद तथा पत्नी व बच्चों को सिर्फ पानी पिला कर पेट भरा.

परिवार के सदस्यों की जब हालत बिगड़ने लगी, तो स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना प्रभात खबर को दी. प्रभात खबर ने स्थानीय अधिकारियों को इसकी सूचना दी. जिसके बाद सदर अनुमंडल पदाधिकारी खगेशचंद्र झा के निर्देश पर पीड़ित परिवार को तत्काल 50-50 किलो चावल व गेहूं तथा 1500 रुपये नकद उपलब्ध कराया गया. इसके बाद परिवार के सभी सदस्यों को भोजन उपलब्ध हो पाया. वहीं एक बार फिर से राजो की हालत खराब हो गयी है.

मालूम हो कि राजो उत्तर प्रदेश के दरियागंज में एक ईंट भट्ठा में दैनिक मजदूरी करता था और वह पिछले तीन महीने से बीमार है. जब वह काम करने लायक नहीं रहा और शारीरिक रूप से बेहद लाचार हो गया तो वापस घर लौट आया. दुर्भाग्य की बात यह है कि इस परिवार का न तो मतदाता सूची में नाम है और न ही इस परिवार के नाम से अब तक राशन कार्ड ही बन पाया है. वहीं राजो अब मौत से जंग लड़ रहा है.

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