मुंगेर : बिहार में मुजफ्फरपुर के पूर्व मेयर समीर कुमार सहित दो को एके-47 से अपराधियों ने भून डाला गया. इस हत्या में प्रयुक्त एके-47 का तार मुंगेर से जुड़ता जा नजर आ रहा है. क्योंकि, हाल के दिनों में मुंगेर से आठ-आठ एके-47 हथियार की बरामदगी हुई थी और इसमें गिरफ्तार मो. इमरान और मो. शमशेर उर्फ वीरू ने बताया कि अब तक 60 से 70 एके-47 को वे लोग बिहार में बेच चुके हैं. इनमें कुछ हथियार मुजफ्फरपुर में बेचने की बात उस समय आ रही थी. हालांकि, मुंगेर एसपी बाबू राम ने कहा कि अब तक इस तरह की बात सामने नहीं आयी है. लेकिन, वे इसकी तहकीकात कर रहे हैं.
रविवार को मुजफ्फरपुर में नगर थाना के बनारस बैंक चौक के पास अपराधियों ने पूर्व मेयर समीर सहित दो को गोलियों से भून डाला गया था. दोनों की मौके पर ही मौत हो गयी. हत्या के बाद बात सामने आयी कि उनकी कार पर एके-47 से हमला कर अंधाधुंध गोलियां बरसायी गयी. एके-47 का नाम सामने आते ही स्थानीय पुलिस की नजर मुंगेर पर आ टिकी और कहा जाने लगा कि हथियार मुंगेर से ही अपराधियों को मुहैया कराया गया था.
सूत्रों की मानें तो मुजफ्फरपुर एसपी ने मुंगेर एसपी से इस संबंध में बात भी की. बताया जाता है कि एके-47 के साथ गिरफ्तार मो शमशेर उर्फ वीरू के गिरोह ने अब तक 60 से 70 एके-47 को राज्य के विभिन्न हिस्सों में अपराधियों एवं माओवादियों को बेचा है. इसके बाद यह माना जा रहा था कि इन लोगों ने इससे अधिक एके-47 बेचा है. जब मुजफ्फरपुर में घटना हुई तो यह तय हो गया कि इनके द्वारा ही वहां के अपराधियों को एके-47 उपलब्ध कराया गया होगा. वैसे अभी तक मुंगेर का नाम इस मामले में नहीं आया है. एसपी बाबू राम ने बताया कि जब एके-47 से हमले की बात सामने आयी तो मैंने वहां के एसपी से बात की. लेकिन अब तक मुंगेर का तार जुड़ा होने का मामला सामने नहीं आया है.