मुंगेर : बिहार में मुंगेर के असरगंज प्रखंड स्थित अमैया पंचायत के गोरहो गांव में H5N1 एवियन एंफल्युएंजा का आउटब्रेक होने के बाद जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. पटना से आयी विशेष टीम ने शुक्रवार को प्रभावित गांव में रेशक्यू अभियान चलाया. इसके तहत इस गांव में बत्तख, मुर्गी, कबूतर, बिल्ली सहित अन्य पालतू जानवर व पक्षी को नष्ट करने की कार्रवाई प्रारंभ की गयी है. पूरी सावधानी के साथ पीपी किट पहन कर यह कार्रवाई की जा रही है, ताकि वायरस का एटैक न हो. इधर, मुंगेर सदर प्रखंड के मुबारकचक गांव में भी बीती रात 60-70 कौए के एक साथ मरने की सूचना पर प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है. स्वास्थ्य व पशुपालन विभाग द्वारा जांच टीम भेजी गयी है.
टीम गठित कर शुरू किया गया रेशक्यू
गोरहो गांव में H5N1 एवियन एंफल्युएंजा के आउटब्रेक से बड़ी संख्या में पालतू जानवरों व पक्षियों के मौत होने की पुष्टि होते ही स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने इसे काफी गंभीरता से लिया और इसकी जांच करायी. जांच में H5N1 एवियन एंफल्युएंजा का वायरस पाये जाने के बाद प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई शुरू की गयी. जिलाधिकारी आनंद शर्मा की अध्यक्षता में शुक्रवार को आपात बैठक बुलायी गयी और पटना से आयी टीम को असरगंज के गोरहो भेज कर मुर्गी, बत्तख सहित इस प्रकार के सभी पक्षियों को नष्ट करने की कार्रवाई की जा रही है.
संक्रमित पक्षियों को किया गया दफन
संक्रमित पक्षियों को नष्ट करने के लिए गोरहो गांव में चार किलिंग प्वाईंट बनाया गया. जहां पालतू पक्षियों के स्वामी द्वारा बत्तख, मुर्गी, कबूतर व हंस सहित अन्य पक्षियों को मंगवाया गया. पक्षियों को नष्ट करने जाने से पूर्व उसे नष्ट करने वाले व्यक्ति का मेडिकल टीम द्वारा स्वास्थ्य जांच किया गया. साथ ही उसे टेमीफ्लू टैबलेट खिलाया गया तथा उसे पहनने के लिए एक पीपी किट दिया गया, ताकि संक्रमित पक्षियों का वायरस का असर उसके उपर न हो. पक्षियों को नष्ट कर वापस लौटने के बाद फिर से उसे व्यक्ति का स्वास्थ्य जांच किया गया. पक्षियों को नष्ट करने के उपरांत किलिंग प्वाईंट पर बनाये गये गड्ढ़े में उसे दफना दिया गया.
अबतक सैकड़ों पशु-पक्षियों की हो चुकी है मौत
जब तक गोरहो गांव में पालतू पशु-पक्षियों के मौत होने के कारण का पता चल पाता, तब तक यहां सैकड़ों पशु-पक्षियों की रहस्यमय तरीके से मौत हो चुकी थी. ग्रामीणों के अनुसार पिछले 20 दिनों से इस गांव में बत्तख, मुर्गी, कबूतर, बिल्ली सहित अन्य पालतू जानवर-पक्षी अचानक अपना सिर नीचे करके एक ही जगह घूमते-घूमते मर रहे थे. इसके बाद स्थानीय लोगों के शिकायत पर प्रभात खबर द्वारा समाचार प्रकाशित किये जाने पर भ्रमणशील पशु चिकित्सकों के टीम ने गांव पहुंच कर मरे हुए जानवर-पक्षियों का सैंपल इकट्ठा किया और उसे जांच के लिए पटना वेटनरी कॉलेज भेज दिया. जिसके बाद पटना की जांच टीम गोरहो गांव पहुंची तथा टीम द्वारा फिर से मृत पशु-पक्षियों का सैंपल इकट्ठा कर उसे जांच के लिए कोलकाता लैब भेजा गया. कोलकाता के लैब में जांच होने के बाद यह रिपोर्ट भेजा गया कि उन जानवर-पक्षियों की मौत H5N1 एवियन एंफल्युएंजा वायरस से हो रही है. जांच रिपोर्ट के बाद प्रशासन पूरी तरह अलर्ट होकर अब कार्रवाई शुरू कर दी है.