गांव में पसरी है मायूसी, लोगों में है पुलिस का खौफ

मुंगेर : गोलीबारी, पथराव की घटना के बाद पुरुषोत्तमपुर चोरगांव के उत्तर यादव टोला में पुलिस की कार्रवाई के बाद लोगों में दहशत व्याप्त है. लोग घरों में दुबके है और सड़कों पर वीरानी छायी हुई. गांव की जिस गलियों में बच्चे खेलते रहते थे. रविवार को उस गलियों में कोई नहीं दिखा. जबकि गांव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 25, 2019 6:38 AM

मुंगेर : गोलीबारी, पथराव की घटना के बाद पुरुषोत्तमपुर चोरगांव के उत्तर यादव टोला में पुलिस की कार्रवाई के बाद लोगों में दहशत व्याप्त है. लोग घरों में दुबके है और सड़कों पर वीरानी छायी हुई. गांव की जिस गलियों में बच्चे खेलते रहते थे. रविवार को उस गलियों में कोई नहीं दिखा.

जबकि गांव का अधिकांश युवा पुलिस के डर से भाग खड़े हुए है. रविवार को पत्रकारों की टीम गांव पहुंचे तो अधिकांश घरों में सिर्फ बूढ़े, बच्चे और महिला ही दिखे. जिसमें पुलिस का भय दिख रहा था.
उन्हें आशंका है कि किसी भी वक्त है न जाने पुलिस कब आकर हम लोगों के साथ मारपीट करने लगे. वही जेल गये अधिकांश आरोपित के घर में ताला लटका हुआ मिला. ग्रामीणों ने बताया कि गिरफ्तार अधिकांश निर्दोष अभियुक्त के रिहाई के लिए उनके परिजन इधर-उधर भटक रहे है. जनप्रतिनिधि एवं अन्य जगहों पर गुहार लगा रहे हैं.
शनिवार को पुलिस द्वारा किये गये बर्बरता पूर्ण कार्रवाई की दास्तान सुना रहे हैं गांव के बासुदेव यादव की 70 वर्षीय पत्नी बतिया देवी, 65 वर्षीय गोगी देवी, 60 वर्षीय सिकंदर यादव, शिरोमणि देवी, सुनीता देवी, अनिता देवी ने बताया कि पुलिस घर में घुस कर बिना पूछे बेरहमी के साथ हम लोगों के साथ मारपीट की. यहां तक कि घर में बच्चे, बहू एवं रिश्तेदार को भी नहीं छोड़ा.
उन्होंने कहा कि दोषी पर कार्रवाई होनी चाहिए इससे हमलोगों को कोई मतलब नहीं था. लेकिन अधिकांश निर्दोष लोग को ही पुलिस ने पीट दिया. जिनकी गिरफ्तारी हुई है उसमें भी कई लोग बेगुनाह है. उनका भूदान की जमीन से दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं है.
कई ग्रामीणों ने बताया कि उसके घर में रखे गोदरेज, बक्सा, ट्रंक को भी पुलिस ने तोड़ दिया. कहानी कहते हुए लोगों के आंखों से आंसू भी निकल रहा था. ग्रामीण कहते है इस तरह की पुलिसिया जुल्म नहीं होना चाहिए था. जो दोषी है, उस पर कार्रवाई करें.

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