सिपाही स्नेहा कांड की जांच करेगी सीआइडी
मुंगेर : सीवान जिला पुलिस बल में तैनात महिला पुलिसकर्मी स्नेहा मौत कांड की जांच सीआइडी (अपराध अनुसंधान विभाग) द्वारा की जायेगी. अब इस मामले में सीवान पुलिस किसी प्रकार की कोई जांच नहीं करेगी. ये बातें राज्य के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे ने बुधवार को पटना में राज्य के ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार […]
मुंगेर : सीवान जिला पुलिस बल में तैनात महिला पुलिसकर्मी स्नेहा मौत कांड की जांच सीआइडी (अपराध अनुसंधान विभाग) द्वारा की जायेगी. अब इस मामले में सीवान पुलिस किसी प्रकार की कोई जांच नहीं करेगी. ये बातें राज्य के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे ने बुधवार को पटना में राज्य के ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार के पहल पर स्नेहा के परिजनों से मिलने के बाद कहीं.
मंत्री शैलेश कुमार की मौजूदगी में पुलिस महानिदेशक ने स्नेहा के पिता विवेकानंद मंडल से बात की. मौके पर उसके भाई तथा नौवागढ़ी क्षेत्र के पूर्व मुखिया रविंद्र मंडल, श्रवण कुमार, राकेश कुमार एवं उमेश मंडल भी मौजूद थे.
स्नेहा के पिता ने पुलिस महानिदेशक के समक्ष पूरे घटना क्रम की जानकारी रखी. वे सीवान जिला पुलिस पर अपनी पुत्री की हत्या का आरोप लगा रहे थे. पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे ने गंभीरता से उनकी बातों को सुना और फिर उन्होंने अपने मोबाइल से स्नेहा कांड के संदर्भ में उपलब्ध जानकारी परिजनों को दिखाया. उन्होंने बताया कि स्नेहा 29 मई से अवकाश पर थी.
जिसके कारण उसका हाजिरी नहीं बन रही थी. 1 जून को जिस कमरे में स्नेहा रहती थी उसे बदबू आने लगी तो आसपास के पुलिसकर्मियों ने इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक को दी. फिर सीवान के सदर अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा नियुक्त दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस ने स्नेहा के कमरे को खोला और कमरा खोलते ही सभी अवाक रह गए.
स्नेहा कमरे के अंदर झूल रही थी. क्योंकि कई दिनों पूर्व ही उसने आत्महत्या की थी. इसलिए शव की स्थिति भी काफी खराब हो चुकी थी. पुलिस महानिदेशक ने परिजनों को यह भी बताया कि पूरे तहकीकात की वीडियोग्राफी करायी गयी है और उन्होंने वह वीडियो भी परिजनों को दिखाया. जिसमें स्नेहा कमरे के अंदर झूलती नजर आ रही है.
डीजीपी ने कहा कि यह मामला प्रथम दृष्टया आत्महत्या का है. बावजूद यदि परिजन इस मामले की जांच की मांग कर रहे तो वे आज ही इस मामले को अपराध अनुसंधान विभाग सीआइडी को सौंप रहे हैं. अब इस मामले की जांच सीआइडी करेगी. सीवान पुलिस को इस संदर्भ में आवश्यक निर्देश भी दे दिया गया है. उन्होंने परिजनों को सलाह दी कि वे जो भी इस मामले में कहना चाह रहे वे अपनी बातों को लिखित रूप से सीआइडी के अपर पुलिस महानिदेशक विनय कुमार को दें. विभाग पूरी निष्पक्षता के साथ इस मामले की जांच कायेंगी.
इसमें यदि कहीं से भी कोई दोषी पाया जाता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने परिजनों को भरोसा दिलाया कि वह किसी के बहकावे में नहीं बल्कि पूरी निष्पक्षता से मामले की जांच कराये. डीजीपी ने कहा कि स्नेहा के मोबाइल क सीडीआर निकाल कर तहकीकात की जा रही है. वह किस किस से बात करती थी और यदि उसने आत्महत्या भी की है तो उसका कारण क्या हो सकता है. इस बिंदु पर गहराई से जांच के आदेश दिए गए हैं.
विदित हो कि मुंगेर जिले के नौवागढ़ी निवासी विवेकानंद मंडल की पुत्री स्नेहा सीवान जिला पुलिस बल में तैनात थी. खूबसूरती एवं मिलनसार स्वभाव के कारण व पुलिसकर्मियों के बीच लोकप्रिय थी. लेकिन अचानक 29 मई को उसने 3 दिनों की छुट्टी ले ली और घर भी नहीं गयी.
1 मई को उसके बंद कमरे से उसका शव पुलिस ने बरामद किया. इस मामले को लेकर सीवान से लेकर मुंगेर तक राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है. मुंगेर में धरना प्रदर्शन का दौर चल रहा राजनीतिक नेताओं द्वारा परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी जा रही. पिछले दिनों मुंगेर के सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भी परिजनों से मिले थे.
मंत्री शैलेश कुमार ने की पहल: राज्य के ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार 4 दिन पूर्व नौवागढ़ी जाकर स्नेहा के परिजनों से मिले और पूरे मामले की जानकारी ली. उन्होंने उसके पिता विवेकानंद मंडल को आश्वासन दिया कि इस मामले में सरकार निष्पक्ष जांच करायेगी. मंत्री शैलेश कुमार पटना लौटते ही पुलिस महानिदेशक से इस मामले में बातचीत की और फिर बुधवार को मुंगेर से परिजनों को मिला बुलवाकर डीजीपी से रू-ब-रू कराया.
डीजीपी ने पूरे मामले मैं परिजनों की भावनाओं को देखते हुए कांड के अनुसंधान की जिम्मेदारी अपराध अनुसंधान विभाग को सौंप दिया है. अब इस मामले की जांच सीआइडी करेगी इसके साथ ही मुंगेर में स्नेहा प्रकरण को लेकर चल रहे राजनीतिक बयानबाजी व आंदोलन पर भी विराम लगने की संभावना व्यक्त की जा रही है.