कच्ची कांवरिया पथ में बिछा रहे मिट्टीयुक्त बालू

मुंगेर : विश्व प्रसिद्ध कांवरिया श्रावणी मेला प्रारंभ होने की उल्टी गिनती शुरू हो गयी है. इस बार भी बिहार सरकार द्वारा सुलतानगंज उत्तरवाहिनी गंगा घाट से लेकर झारखंड की सीमा दुम्मा तक पैदल यात्रियों के सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कार्य प्रारंभ कर दिया है. जिसमें कांवरियों को सुखमय यात्रा के लिए कच्ची […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 28, 2019 6:40 AM

मुंगेर : विश्व प्रसिद्ध कांवरिया श्रावणी मेला प्रारंभ होने की उल्टी गिनती शुरू हो गयी है. इस बार भी बिहार सरकार द्वारा सुलतानगंज उत्तरवाहिनी गंगा घाट से लेकर झारखंड की सीमा दुम्मा तक पैदल यात्रियों के सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कार्य प्रारंभ कर दिया है.

जिसमें कांवरियों को सुखमय यात्रा के लिए कच्ची कांवरिया पथ में बालू बिछाव का काम किया जा रहा. लेकिन बालू बिछाने के नाम पर धांधली हो रही है और जांच के नाम पर अधिकारी खानापूर्ति करने में लगे है. शायद इस बार भी कांवरियों को मिट्टीयुक्त कंकड़ भरा बालू पर ही यात्रा करना पड़े.
कच्ची कांवरिया पथ में बालू बिछाने में भारी गड़गड़ी हो रही. ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा बालू बिछाने के लिए टेंडर निकाला गया. टेंडर भी पास हुआ और बालू बिछाने का काम भी प्रारंभ हो गया. लेकिन जो बालू बिछाया जा रहा है वह मिट्टीयुक्त एवं कंकड़ युक्त है. जो कांवरियों के यात्रा को कष्टमय बना सकती है.
कांवरिया पथ पर तारापुर क्षेत्र में गोगाचक से औरंगा की तरफ बालू बिछाने का कार्य प्रारंभ है. बालू की क्वालिटी बिल्कुल घटिया तथा मानक के प्रतिकूल है. मिट्टीयुक्त बालू है जिसमें बालू का अंश काफी न्यूनतम है. पूरे कच्ची कांवरिया पथ को सुगम बनाने का जिम्मा ग्रामीण कार्य विभाग बांका को दिया गया है.
गिराना है महीन बालू
विभाग के सहायक अभियंता अरुण कुमार ने बताया कि पूरे पथ में साढ़े चार मीटर चौड़ा और तीन इंच मोटा बिल्कुल खांटी महीन बालू बिछाना है. बालू कंकड़ विहीन तथा मिट्टी विहीन होगा. सड़क के फ्लैंक की सफाई एवं मरम्मती जंगल की सफाई और कोर को एजिंग करना शामिल है. साढ़े तीन करोड़ रुपया सरकार इस पर खर्च करने जा रही है. उन्होंने कहा कि सुल्तानगंज की ओर से 8 वें किलोमीटर से मुंगेर जिला प्रारंभ होता है जो 33 वें किलोमीटर तक है.
उनका ध्यान जब मानक के अनुरूप बालू नहीं गिरने की ओर कराया गया तो उन्होंने कहा कि अभी अधिकारियों संग फील्ड में हैं. मुआयना के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. तारापुर एसडीओ उपेंद्र सिंह समीक्षात्मक में बैठक कहा था कि जो भी विभाग अपने कार्य में लापरवाही बरतेगा उनके विरुद्ध उच्चाधिकारियों के माध्यम से सरकार के पास कार्रवाई के लिए अनुशंसा भेज दी जायेगी. अब देखना है कि कब अधिकारियों की नींद खुलती है.

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