एक साथ निकली पति-पत्नी की अर्थी
हवेली खड़गपुर : नगर क्षेत्र के सितुहार गांव से बुधवार को एक साथ पति-पत्नी की अर्थी निकली. इस हृदय विदारक दृश्य को देख पूरा नगर क्षेत्र गमगीण हो गया. क्षेत्र के लोग इस घटना को लेकर जहां अवाक थे, वहीं शव यात्रा में शामिल लोगों की आंखें आंसुओं से डबडबायी हुई थी. सितुहार निवासी सहदेव […]
हवेली खड़गपुर : नगर क्षेत्र के सितुहार गांव से बुधवार को एक साथ पति-पत्नी की अर्थी निकली. इस हृदय विदारक दृश्य को देख पूरा नगर क्षेत्र गमगीण हो गया. क्षेत्र के लोग इस घटना को लेकर जहां अवाक थे, वहीं शव यात्रा में शामिल लोगों की आंखें आंसुओं से डबडबायी हुई थी.
सितुहार निवासी सहदेव महतो के पुत्र मुन्ना महतो व पुतोहू गुड़िया देवी की लखीसराय थाना के मणिकपुर थाना क्षेत्र के मुस्तफापुर गांव के समीप सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी थी. दंपती की एक साथ मौत से पूरे क्षेत्र में शोक व्याप्त है. हर किसी के मुंह से बस यही निकल रहा था कि ऊपर वाले को ऐसा नहीं करना चाहिए था.
साली के शादी में सरीक होने जा रहा था मुन्ना. बताया जाता है कि नगर क्षेत्र के सितुहार गांव निवासी सहदेव महतो का पुत्र मुन्ना महतो अपनी पत्नी गुड़िया देवी को मोटरसाइकिल पर लेकर साली की शादी समारोह में सरीक होने कजरा थाना क्षेत्र के अरमा गांव जा रहा था. तभी लखीसराय जिला के मुस्तफापुर गांव के समीप अज्ञात बोलेरो ने बाइक में जोरदार की टक्कर मार दी.
इसमें पति-पत्नी दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. परिजनों को इसकी जानकारी मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचकर शव को घर लाया. इसके बाद मृत युवक के ससुराल में शहनाई की धुन पर विराम लग गया और पूरा माहौल मातमी सन्नाटे में तब्दील हो गया.
नहीं रुक रहे थे आंसू. एक ही दिन एक ही घर के दो अर्थी को कंधा देते हुए ग्रामीणों के आंख से आंसू नहीं रुक रहे थे. जबकि एक ही घर के दो सदस्यों की सड़क दुर्घटना में घटनास्थल पर ही मौत की खबर सुनते ही ग्रामीणों में मातमी सन्नाटा छा गया. लोगों को एक ही दिन एक ही घर के दो अर्थी को कंधा देते हुए काफी पीड़ा हो रही थी. घटना के बाद पूरे गांव की महिला, पुरुष, बच्चे, बूढ़े सभी की आंखें नम थी.
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल.मृतक दंपती अपने पीछे 17 वर्ष की बेटी नेहा, 15 वर्ष की प्रियंका सहित 12 वर्ष का बेटा साजन कुमार को छोड़ गये. इनका रो-रो कर बुरा हाल है. बेटी नेहा बार-बार अपने पिता के शव से लिपटकर यह कह रही थी कि जब भी पापा घर आते थे सबसे पहले मुझे खोजते थे कि नेहा किधर है. वहीं छोटी बेटी और बेटा का भी रो-रो कर बुरा हाल है. जबकि गांव में शोक का माहौल व्याप्त है.