निविदा पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर, मेयर व उप-मेयर आये आमने-सामने
मुंगेर : नगर निगम की राजनीति चरम पर है. एक और जहां मेयर को कुर्सी से उतारने के खेल में उपमेयर सहित कई पार्षद दिन रात मेहनत कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ वार्ड पार्षदों का एक दल मेयर को बचाने के लिए अपनी एकजुटता प्रदर्शित करने में लगे हैं. उठापटक के इस खेल के […]
मुंगेर : नगर निगम की राजनीति चरम पर है. एक और जहां मेयर को कुर्सी से उतारने के खेल में उपमेयर सहित कई पार्षद दिन रात मेहनत कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ वार्ड पार्षदों का एक दल मेयर को बचाने के लिए अपनी एकजुटता प्रदर्शित करने में लगे हैं.
उठापटक के इस खेल के बीच गुरुवार को डिप्टी मेयर सुनील राय ने प्रेस वार्ता कर निगम के योजनाओं में धांधली का आरोप लगाया. वहीं मेयर गुट के पार्षद ने योजना को सही करार देते हुए आरोप को निराधार बताया है. अब निगम में निविदा को लेकर दोनों गुट आमने-सामने हो गया है.
पक्की नली-गली योजना की निविदा में हो रही अनियमितता : उपमेयर: डिप्टी मेयर सुनील राय ने कहा कि पक्की नाली-गली योजना को लेकर जो निविदा आमंत्रण सूचना प्रकाशित की गयी है. उससे भ्रष्टाचार की बू आ रही है. सिर्फ योजना के नाम पर सरकारी राशि के बंदर-बांट के लिए यह योजना को तैयार की गयी है, क्योंकि निविदा में जहां निर्माण कराया जाना है. वहां पहले से ही पक्की गली-नाली बना हुआ है.
इसलिए तत्काल इस निविदा को रद्द करते हुए पुन: स्थलीय जांच कर निविदा आमंत्रित किया जाय. उन्होंने कच्ची गली-नली का पक्कीकरण के लिए निविदा में भेद-भाव का आरोप लगाया है. 15 वार्डों के निविदा में दी हुई योजना जांच का विषय है. सरकारी नियमानुसार मात्र वैसे ही गली-नाली का चयन किया जाना है जो वर्तमान में कच्ची है और पूर्व में उस पर कार्य नहीं हुआ हो. मेयर खुद अपने वार्डों में बने पक्की गली-नाली को योजना में शामिल किया है.
उन्होंने नगर आयुक्त से मांग किया कि निगम द्वारा निर्गत आमंत्रण सूचना संख्या 5/2019-2020 को रद्द करते हुए पुन: स्थलीय जांच कराकर प्राक्कलन राशि तय की जाय. इसके बाद सरकार द्वारा निर्गत संकल्प के आधार पर योजनाओं का चयन किया जाय, ताकि सरकारी राशि का दुरूपयोग को रोका जा सके. साथ ही इसमें शामिल दोषियों पर कार्रवाई की जाय. मौके पर वार्ड पार्षद गोविंद मंडल सहित कई सदस्य एवं वार्ड पार्षद पति मौजूद थे.
विकास को बाधित करना चाह रहे हैं डिप्टी मेयर
मुंगेर : मेयर गुट के 10 पार्षदों ने डिप्टी मेयर द्वारा निविदा पर लगाये गये आरोपों को निराधार बताते हुए निगम में नगर आयुक्त को गुरुवार को एक ज्ञापन सौंपा है.
इसमें उपमहापौर पर विकास कार्य को बाधित करने का आरोप लगाया है. वार्ड सदस्य विजय यादव, अनीता साहु, उषा देवी, संगीता देवी, रीना देवी, पूनम देवी, प्रिया शर्मा, सोनी कुमारी, रूबी परवीन ने कहा है कि उपरोक्त निविदा बोर्ड के स्वीकृति के उपरांत निकाली गयी है, जिनके बारे में उपमहापौर द्वारा कम राशि देने की शिकायत की जा रही है. वह गलत है.
क्योंकि उपलब्ध राशि से योजना अनुरूप बिना भेद-भाव के बोर्ड द्वारा राशि आवंटित की गयी है और हम सभी पार्षद इससे संतुष्ट है. उपमहापौर राजनीति के तहत विकास कार्य को बाधित करना चाहते हैं, इसलिए विकास को देखते हुए इस तरह के विकास विरोधी तत्वों से सावधान रहे.