profilePicture

टेटिया बंबर प्रखंड प्रमुख व उप-प्रमुख की गयी कुर्सी

टेटियाबंबर : सोमवार का दिन टेटियाबंबर प्रखंड के प्रमुख व उप-प्रमुख के लिए अशुभ रहा. दोनों को अपनी-अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी. प्रखंड मुख्यालय स्थित सभागार में प्रखंड प्रमुख कृष्णानंद यादव एवं उप प्रमुख फूल माला देवी पर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की गई.प्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीSpies In Mauryan Dynasty : मौर्य काल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 27, 2019 5:44 AM
an image

टेटियाबंबर : सोमवार का दिन टेटियाबंबर प्रखंड के प्रमुख व उप-प्रमुख के लिए अशुभ रहा. दोनों को अपनी-अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी. प्रखंड मुख्यालय स्थित सभागार में प्रखंड प्रमुख कृष्णानंद यादव एवं उप प्रमुख फूल माला देवी पर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की गई.

प्रखंड प्रमुख अपने चार समर्थकों के साथ सभाकक्ष में नहीं आए और अनुपस्थित रहे. उनकी अनुपस्थिति में विशेष बैठक की अध्यक्षता बीडीओ दृष्टि पाठक ने की. बैठक में चर्चा के दौरान लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर काफी देर तक चर्चा हुई और फिर मतदान की प्रक्रिया आरंभ की गयी. इसमें पांच सदस्य पूनम देवी भुना पंचायत, राजीव कुमार टेटिया पंचायत, ओम प्रकाश निराला केसौली पंचायत, पूनम देवी बनगामा दो तथा कल्पना देवी बनहरा पंचायत के समिति सदस्यों ने एकमत होकर प्रमुख व उपप्रमुख के खिलाफ मतदान में भाग लिया.
आखिरकार इन लोगों की चट्टानी एकता काम आयी. प्रखंड प्रमुख एवं उप प्रमुख की कुर्सी छीन गयी. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किये गए थे. अंचल अधिकारी राजेश रंजन सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले हुए थे. टेटिया बंबर थानाध्यक्ष नीरज कुमार पांडे एवं जवान सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैद दिखे.
कहते हैं बीडीओ : बीडीओ दृष्टि पाठक ने बताया कि सोमवार को प्रखंड प्रमुख एवं उप प्रमुख के खिलाफ प्रस्ताव पर चर्चा की गयी. नौ सदस्यों वाली समिति सदस्यों में से पांच सदस्य उपस्थित हुए एवं चार सदस्य प्रमुख समेत सभाकक्ष में नहीं आये. 12:00 बजे से विशेष बैठक आयोजित की गयी थी.
2:00 बजे तक लोगों का इंतजार किया गया, लेकिन पांच ही सदस्य उपस्थित हुए, जिस पर मत विभाजन हुआ. पांच मत प्रमुख एवं उप प्रमुख के खिलाफ पड़े. इस प्रकार प्रखंड प्रमुख कृष्णानंद यादव एवं उप प्रमुख फूल माला देवी को पदच्युत कर दिया गया. प्रमुख एवं उप प्रमुख के नये स्तर से चुनाव के लिए जिलाधिकारी एवं पंचायती राज पदाधिकारी को रिपोर्ट भेजी जा रही है.

Next Article

Exit mobile version