मुंगेर : बिहार के मुंगेर में दो एके-47 छिपा कर रखने एवं कारोबार को संचालित करने का आरोपित मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह गांव निवासी मो. लुकमान एवं उसकी पत्नी आयशा बेगम ने गुरुवार को न्यायालय में आत्मसर्मपण कर दिया. दोनों पति-पत्नी मुख्य हथियार तस्कर मो. मंजर आलम उर्फ मंजी का प्रमुख सहयोगी है. दोनों की गिरफ्तारी के लिए न्यायालय के बाहर पुलिस का इंतजाम धरी की धरी रह गयी.
मुंगेर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि मुफस्सिल थाना में दर्ज एके-47 मामले के 334/19 कांड का मुख्य आरोपित मो. लुकमान अपनी पत्नी आयशा बेगम के साथ न्यायालय में आत्मसर्मपण करने वाला है. इस सूचना पर मुंगेर पुलिस की एक टीम को न्यायालय के बाहर दोनों की गिरफ्तारी के लिए तैनात किया गया. लेकिन, दोनों सीजेएम के न्यायालय में पहुंच कर आत्मसर्मपण कर दिया. जिसके कारण पुलिस को लौट जाना पड़ा.
बताया जाता है कि सुनियोजित तरीके से दोनों को न्यायालय में आत्मसर्मपण की रणनीति के तहत उसे लाया. दोनों पति-पत्नी ने बुर्का पहन कर अपनी पहचान छिपा लिया था. अकेले-अकेले दोनों बुर्का के सहारे न्यायालय परिसर के अंदर प्रवेश किया. जिसके बाद अधिवक्ता दोनों को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में उपस्थित कराया. जहां से दोनों को पुलिस कस्टडी में जेल भेज दिया.
पति-पत्नी ने जमीन के अंदर गाड़ कर छिपाया था एके-47
मुंगेर पुलिस जब एके-47 बरामदगी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी तो मुख्य अभियुक्त मो. शमशेर आलम उर्फ वीरो को पुलिस ने रिमांड पर लेकर पूछताछ किया. उसने पुलिस को बताया था कि मो. इमरान के घर पर रखे पांच एके-47 रायफल की बिक्री नहीं होने पर उसकी गिरफ्तारी के बाद उसकी पत्नी सदा रिफत ने मो. भुट्टो एवं गुलन को हथियारों से भरा बैग दे दिया. दोनों ने बैग को मंजी के पास पहुंचा दिया. मंजी का सहयोगी मो. लुकमान एवं उसकी पत्नी आयशा बेगम ने हथियार को अपने गोतिया के सहयोग से छिपा दिया. जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी की.
लुकमान के घर के पास एक महिला को इधर-उधर करते पकड़ा. उसने पुलिस को बताया कि लुकमान और उसकी पत्नी आयशा बेगम ने उसके घर के सटे कब्रिस्तान के चहारदिवारी के समीप हथियार छिपा कर रखा है. पुलिस ने 14 सितंबर 2019 को खुदाई कर जमीन के अंदर से 2 एके-47 रायफल मैगजीन सहित एवं 3 अतिरिक्त मैगजीन बरामद की था.