गिरफ्तार अपराधियों ने नक्सलियों को हाल ही में की थी दो लाख के हथियार व कारतूस की आपूर्ति

मुंगेर : लड़ैयाटांड़ थाना क्षेत्र के घटवारी स्थित दिवाकर साह के घर पुलिस ने रविवार को छापेमारी कर चार नक्सलियों को गिरफ्तार किया. जिसके पास से पुलिस ने 32 कारतूस, 1 खोखा, 3 मोबाइल, 1 सुनहरे रंग की धातु की छोटी मूर्ति एवं नक्सली पर्चा बरामद किया है. एसपी गौरव मंगला ने बताया कि गुप्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 24, 2019 8:16 AM

मुंगेर : लड़ैयाटांड़ थाना क्षेत्र के घटवारी स्थित दिवाकर साह के घर पुलिस ने रविवार को छापेमारी कर चार नक्सलियों को गिरफ्तार किया. जिसके पास से पुलिस ने 32 कारतूस, 1 खोखा, 3 मोबाइल, 1 सुनहरे रंग की धातु की छोटी मूर्ति एवं नक्सली पर्चा बरामद किया है.

एसपी गौरव मंगला ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर लड़ैयाटांड थाना द्वारा एसटीएफ के सहयोग से चार नक्सलियों को गिरफ्तार किया. जिन नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है.
उसमें घटवारी के दिवाकर साह के साथ ही गोरैया के इंद्रदेव कोड़ा, तेघड़ा निवासी मनोज कोड़ा एवं मुफस्सिल थाना क्षेत्र के शंकरपुर निवासी सुधीर यादव शामिल है. एसपी ने बताया कि लड़ैयाटांड थानाध्यक्ष कमल किस्कू के बयान पर थाना में कांड संख्या 41/19 दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि पूछताछ के बाद सभी नक्सलियों को जेल भेज दिया गया.
हाल ही में दो लाख के हथियार व कारतूस किये थे सप्लाई : बताया जाता है कि हाल ही सुधीर यादव ने दो लाख मूल्य का हथियार व कारतूस इनलोगों के माध्यम से अरविंद यादव को आपूर्ति की थी. वह लंबे समय से नक्सलियों को हथियार व कारतूस सप्लाई करता था. जो 32 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. वह वहीं डीलिंग का बचा हुआ कारतूस है. इन अपराधियों से गहन पूछताछ की जा रही है.
अष्टधातु की मूर्ति बता कर करता था ठगी : छापेमारी के दौरान धातु की एक प्रभु ईसा मसीह की मूर्ति भी बरामद की गयी. मूर्ति किस धातु की बनी है उसकी जांच करायी जा रही है. लेकिन गिरफ्तार अपराधियों ने बताया वे लोग अष्टधातु की मूर्ति बता कर ठगी का भी कारोबार करते हैं. लोगों को पुरानी अष्टधातु एवं कीमती धातु की मूर्ति बता कर बेचते हैं.
नक्सली अरविंद यादव को सप्लाई करता था हथियार व कारतूस
गिरफ्तार अपराधियों में कोई हथियार तस्कर है तो कोई पूर्व का नक्सल है. सभी गिरफ्तार अपराधी नक्सली संगठन का एरिया कमांडर अरविंद यादव के लिए काम करता है. कोई हथियार सप्लाई करता है तो कोई पुलिस का सूचना उस तक पहुंचाता है. सभी एजेंट के तौर पर काम करता है. दिवाकर साह पूर्व में नक्सली संगठन से जुड़ा हुआ है और नक्सल गतिविधि एवं अन्य आपराधिक घटना में पहले भी जेल जा चुका है.
जबकि इंद्रदेव कोड़ा का पिता स्व किटर कोड़ा नक्सली संगठन से जुड़ा हुआ है. इंद्रदेव और मनोज कोड़ा अरविंद यादव के लिए बाहरी सूचना एकत्रित कर उसे देने का काम करता है. जबकि सुधीर यादव मुख्य रूप से हथियार तस्कर है. जो इन तीनों के माध्यम से अरविंद यादव एवं नक्सली संगठन के विभिन्न नेताओं को हथियार व कारतूस उपलब्ध कराता है. वह पहले भी हथियार तस्करी के मामले में जेल जा चुका है. इतना ही नहीं दो वर्ष पूर्व उसे गांव में ही एक विवाद में गोली भी मारी गयी थी. गोली उसके पेट में लगी थी. जिसमें वह बच गया था.
  • नक्सली संगठन के एरिया कमांडर अरविंद यादव के लिए काम करता था गिरफ्तार अपराधी
  • हाल ही में 2 लाख का हथियार व कारतूस नक्सलियों को किया था सप्लाई
लड़ैयाटांड़ थाना क्षेत्र के घटवारी स्थित दिवाकर साह के घर पुलिस ने रविवार को छापेमारी कर चार नक्सलियों को गिरफ्तार किया. जिसके पास से पुलिस ने 32 कारतूस, 1 खोखा, 3 मोबाइल, 1 सुनहरे रंग की धातु की छोटी मूर्ति एवं नक्सली पर्चा बरामद किया है.
एसपी गौरव मंगला ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर लड़ैयाटांड थाना द्वारा एसटीएफ के सहयोग से चार नक्सलियों को गिरफ्तार किया. जिन नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है.
उसमें घटवारी के दिवाकर साह के साथ ही गोरैया के इंद्रदेव कोड़ा, तेघड़ा निवासी मनोज कोड़ा एवं मुफस्सिल थाना क्षेत्र के शंकरपुर निवासी सुधीर यादव शामिल है. एसपी ने बताया कि लड़ैयाटांड थानाध्यक्ष कमल किस्कू के बयान पर थाना में कांड संख्या 41/19 दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि पूछताछ के बाद सभी नक्सलियों को जेल भेज दिया गया.
हाल ही में दो लाख के हथियार व कारतूस किये थे सप्लाई : बताया जाता है कि हाल ही सुधीर यादव ने दो लाख मूल्य का हथियार व कारतूस इनलोगों के माध्यम से अरविंद यादव को आपूर्ति की थी. वह लंबे समय से क्सलियों को हथियार व कारतूस सप्लाई करता था. जो 32 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. वह वहीं डीलिंग का बचा हुआ कारतूस है. इन अपराधियों से गहन पूछताछ की जा रही है.
अष्टधातु की मूर्ति बता कर करता था ठगी : छापेमारी के दौरान धातु की एक प्रभु ईसा मसीह की मूर्ति भी बरामद की गयी. मूर्ति किस धातु की बनी है उसकी जांच करायी जा रही है. लेकिन गिरफ्तार अपराधियों ने बताया वे लोग अष्टधातु की मूर्ति बता कर ठगी का भी कारोबार करते हैं. लोगों को पुरानी अष्टधातु एवं कीमती धातु की मूर्ति बता कर बेचते हैं.

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